Move to Jagran APP

Rajasthan: अमेरिका से स्वदेश लौटेंगे प्रथम सांस्कृतिक राजनायिक डॉ. मोक्षराज

Rajasthan डॉ. मोक्षराज के नेतृत्व में अमेरिकी संसद कैपिटॉल हिल व्हाइट हाउस व वाशिंगटन मोनुमेंट के सामने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जुड़े हुए हजारों लोग योग कर चुके हैं। प्रवासी भारतीय समुदाय तथा 12 से अधिक देशों के नागरिक भी उनसे योग हिंदी व भारतीय संस्कृति की शिक्षा ले चुके हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 09:02 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 09:02 PM (IST)
Rajasthan: अमेरिका से स्वदेश लौटेंगे प्रथम सांस्कृतिक राजनायिक डॉ. मोक्षराज
अमेरिका से स्वदेश लौटेंगे प्रथम सांस्कृतिक राजनायिक डॉ. मोक्षराज। फाइल फोटो

अजमेर, संवाद सूत्र। Rajasthan: भारतीय राजदूतावास वाशिंगटन डीसी में नियुक्त प्रथम सांस्कृतिक राजनायिक डॉ. मोक्षराज तीन साल बाद अमेरिका से भारत लौटेंगे। डॉ. मोक्षराज अजमेर के रहने वाले हैं। विश्व भर में प्रेम, शांति व स्वास्थ्य रक्षा के महान उद्देश्य को पूरा करने के लिए भारत ने योग, संस्कृति व हिंदी की शिक्षा देने के लिए विभिन्न देशों में भारत सरकार द्वारा सौ से अधिक भारतीय संस्कृति शिक्षक नियुक्त किए थे। भारतीय दूतावास वाशिंगटन डीसी में डॉ. मोक्षराज की नियुक्ति होने से भारत के सॉफ्टपावर को नए पंख लगे हैं। उनके नेतृत्व में अमेरिकी संसद कैपिटॉल हिल, व्हाइट हाउस व वाशिंगटन मोनुमेंट के सामने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जुड़े हुए हजारों लोग योग कर चुके हैं। प्रवासी भारतीय समुदाय तथा 12 से अधिक देशों के नागरिक भी उनसे योग, हिंदी व भारतीय संस्कृति की शिक्षा ले चुके हैं।

prime article banner

डॉ. मोक्षराज ने एम्बेसी के साथ-साथ जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी व जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में भी हिंदी व भारतीय संस्कृति की शिक्षा दी है। जिसके लिए दोनों ही विश्वविद्यालयों ने भारत-सरकार व भारतीय दूतावास की विशेष प्रशंसा की है। हाल ही में उन्होंने अफ्रीकन अमेरिकन मूल की हॉलीवुड अभिनेत्री व दीपावली के अवसर पर “ओम जय जगदीश हरे” भजन तथा अगस्त माह में भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर “भारत का राष्ट्रगान” गाने वाली लोकप्रिय गायिका मैरी मिलबेन को डॉ. मोक्षराज ने ही प्रशिक्षित किया है। वे उन्हें हिंदी व भारत की संस्कृति से परिचित करा रहे हैं। इन्हीं के प्रयासों से मैरी मिल्बेन ने राजस्थानी लहंगा चुनरी पहनकर मरुभूमि के रंग को पूरे विश्व में पहुंचाया था। डॉ. मोक्षराज ने अमेरिका में रहते हुए खादी व शाकाहार पर भी बहुत जोर दिया है, वे इसे भारत की आर्थिक समृद्धि तथा पर्यावरण संतुलन के लिए महत्वपूर्ण उपाय मानते हैं। अमेरिका में कोरोना की दस्तक होते ही मार्च माह में लॉकडाउन था, ऐसे समय में लोगों को एकाकीपन, तनाव, उदासी से उबारने के लिए तथा उनकी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए एम्बेसी ने डॉ. मोक्षराज के निर्देशन में “योग आपके द्वार” तथा “योगा एट होम” का निःशुल्क ऑनलाइन कार्यक्रम आरंभ किया। यह योग कार्यक्रम इस वर्ष के अंत तक चलता रहा। इस कार्यक्रम से लाखों लोग लाभान्वित हुए।

दूतावास द्वारा वाशिंगटन डीसी स्थित द हार्टी एलीमेंटरी स्कूल तथा नेल एलीमेंटरी स्कूल को 2019 व 2020 में गोद लिया था। इन विद्यालयों के छात्रों को भी डॉ. मोक्षराज ने भारत की संस्कृति, खानपान, भूगोल तथा भारतीय वन्य जीवों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने योग तथा कुछ भारतीय खेलों के माध्यम से बच्चों में भारत के प्रति विशेष रुचि जगाई। डॉ. मोक्षराज भारत के राजदूत नवतेज सरना, वर्तमान विदेश सचिव व अमेरिका में नियुक्त रहे राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला व वर्तमान में कार्यरत भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू के कार्यकाल में काम कर चुके हैं। इन सभी ने डॉ. मोक्षराज की लगन, निष्ठा, सूझबूझ, कुशल प्रबंधन तथा व्यापक कार्य क्षमता की विशेष सराहना की है। अब डॉ. मोक्षराज तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर एक जनवरी को अमेरिका से स्वदेश लौट रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.