सचिन पायलट कैंप पर दर्ज हो सकती है एफआईआर,परिवहन मंत्री बोले-विधायकों को बंधक बना रखा है
सचिन पायलट कैंप पर दर्ज हो सकती है एफआईआरपरिवहन मंत्री बोलेविधायकों को बंधक बना रखा हैगहलोत को छोड़ पायलट खेमें में पहुंचे 3 विधायक
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। पिछले पांच दिन से राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच अब सीएम अशोक गहलोत खेमा नई चाल चल रहा है। गहलोत के विश्वस्तों ने तीन उन विधायकों के परिजनों से संपर्क किया है जो पायलट खेमे में शामिल है। ये तीनों विधायक पिछले कई दिनो से मानेसर होटल में डटे हुए हैं। अब गहलोत के विश्वस्तों ने इन चारों विधायकों के परिजनों के माध्यम से पुलिस में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराने की तैयार की है । इनके परिजन पायलट खेमे के खिलाफ विधायकों को बंदी बनकार रखने का मामला दर्ज कराएंगे।
सूत्रों के अनुसार विधायकों को बंधक बनाने के मामले में हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने पर भी कसरत चल रही है। गहलोत के रणनीतिकार, विधायकों को बंधक बनाने के आरोप में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने को लेकर वकीलों से सलाह ले रहे हैं। पायलट समर्थक विधायकों में से एक अमर सिंह जाटव के भतीजे हरिओम का कहना है कि उनके चाचा पिछले पांच-छह दिन से लापता है ।
हरिओम ने कहा कि लापता चाचा को जब भी फोन करते हैं तो उनका मोबाइल बंद आता है। उसने कहा कि अब पुलिस में जाएंगे कि चाचा को तलाश जाय,जरूरत पड़ी तो कोर्ट भी जाएंगे। सूत्रों के अनुसार विधायक जाटव के परिजनों से बुधवार सुबह गहलोत के दो विश्वस्तों ने जयपुर से भरतपुर जाकर मुलाकात की थी। एक प्रशासनिक अधिकारी भी उनके साथ था। पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी व सुरेश टांक के परिजनों को भी एफआईआर दर्ज कराने को लेकर तैयार किया गया है।
इसी बीच गहलोत कैंप छोड़कर तीन विधायकों के पायलट कैंप में पहुंचने की खबर है। इनमें दो भारतीय ट्राइबल पार्टी के राजकुमार रोत व रामप्रसाद एवं माकपा के गिरधारी लाल शामिल है। इस तरह अब पायलट कैंप में कांग्रेस के 19, 3 निर्दलीय, 2 भारतीय ट्राइबल पार्टी व 1 माकपा सहित कुल 25 विधायक हो गए हैं। वहीं गहलोत कैंप में 3 विधायकों की संख्या कम हो गई है। गहलोत कैंप अब तक कभी 102 तो कभी 106 विधायक साथ होने का दावा करता रहा है।
परिवहन मंत्री बोले,पायलट को पार्टी में बात करनी चाहिए थी
राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बागी विधायक भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को पार्टी में रहकर बात रखनी चाहिए थी। कांग्रेस के निशान पर चुनाव जीते और अब केंद्र सरकार एवं भाजपा के साथ मिलकर दूसरा गेम प्लान कर रहे हैं। अब विधायकों के नंबर कम रह गए तो दूसरा षडयंत्र रचा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के व्हिप के खिलाफ पायलट का कोर्ट में जाना गलत है। विधानसभा के स्पीकर के अधिकारों को चेलेंज नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा वोटों से चुनी सरकार नोटों के दम पर गिराने की साजिश हो रही है। खाचरियावास ने कहा कि बागी विधायक मानेसर होटल में बैठने के बजाय दिल्ली एआईसीसी के दफ्तर में जाकर बैठते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है, जिसके दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। कांग्रेस किसी के साथ धोखा नहीं करती। उन्होंने कहा कि पायलट खेमे का भाजपा के साथ पूरा तालमेल है। लेकिन गहलोत सरकार को कोई खतरा नहीं है।