किसानों ने खड्डों में खड़े रहकर किया जमीन समाधि सत्याग्रह
किसान संघर्ष समिति के संयोजक नगेन्द्र शेखावत का कहना है कि जमीन समाधि सत्याग्रह सरकार का निर्णय नहीं बदलने जाने तक जारी रहेगा ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता]। जयपुर शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर नींदड़ गांव के किसानों ने सोमवार को अपनी जमीन को सरकारी अधिग्रहण से बचाने के लिए आंदोलन का अनोखा रास्ता निकाला। सोमवार सुबह से ही किसानों ने अपनी जमीनों में 5 से 6 फीट गहरे खड्डे खोद लिए और फिर उनके खुद खड़े हो गए। किसानों ने इसे जमीन समाधि सत्याग्रह आंदोलन नाम दिया। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किसान गहरे खड्डों में खड़े रहे,वहीं उनके परिजन बाहर बैठकर गांधी जी के प्रिय भजन गाते रहे।
किसानों के इस आंदोलन की जानकारी मिलने पर जयपुर विकास प्राधिकरण एवं पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे,उन्होंने किसानों से खड्डों से बाहर निकलने का आग्रह किया,लेकिन किसानों ने जमीन अधिग्रहण का निर्णय वापस लेने की बात कही तो अधिकारी वापस लोट गए।
दरअसल जयपुर विकास प्राधिकरण नींदड गांव की 1350 बीघा जमीन पर आवासीय योजना विकसित करना चाहता है। वहीं किसान इस जमीन पर खेती करने की बात कहते हुए जेड़ीए को अधिग्रहण नहीं करने दे रहे । जमीन का अधिग्रहण रोकने के विरोध में किसानों ने पिछले 14 दिन से अनिश्चितकालीन धरना दे रखा है ।
किसान संघर्ष समिति के संयोजक नगेन्द्र शेखावत का कहना है कि जमीन समाधि सत्याग्रह सरकार का निर्णय नहीं बदलने जाने तक जारी रहेगा । सत्याग्रह के प्रथम दिन सोमवार को 21 किसानों ने जमीन समाधि ली,यह क्रम निरंतर जारी रहेगा ।उन्होंने बताया कि किसानों ने विरोध स्वरूप अपने दूध और सब्जी की जयपुर शहर में आपूर्ति बंद कर रखी है ।
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