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RajasthanCoronavirus Lockdown effect:कोरोना काल में भी ई- मुलाकात सुविधा के जरिए कैदी कर पा रहे परिजनों से मुलाकात

RajasthanCoronavirus Lockdown effectकोरोना काल में भी ई- मुलाकात सुविधा के जरिए कैदी कर पा रहे परिजनों से मुलाकात

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 12:19 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 12:19 PM (IST)
RajasthanCoronavirus Lockdown effect:कोरोना काल में भी ई- मुलाकात सुविधा के जरिए कैदी कर पा रहे परिजनों से मुलाकात
RajasthanCoronavirus Lockdown effect:कोरोना काल में भी ई- मुलाकात सुविधा के जरिए कैदी कर पा रहे परिजनों से मुलाकात

जयपुर, राज्य ब्यूरो। कोरोना संकट के इस समय में भी राजस्थान की जेलों में बंद कैदी अपने परिजनों से मुलाकात कर पा रहे है। यह सम्भव हो रहा है राजस्थान के जेल विभाग की ओर से शुरू की गई ई- मुलाकात सुविधा के जरिए। एक अप्रेल से अब तक ऐसी पांच हजार ई-मुलाकातें कराई जा चुकी है।

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कोरोना संकट के समय कैदी जहां अपनी जेल में बंद है, वहीं परिजन भी लाॅकडाउन के कारण घरों में कैद है। ऐसे समय में कैदियो से परिजनों की मुलाकात सम्भव नहीं थी। लेकिन राजस्थान की जेलों में अब सरकार ने ई-मुलाकात की सुविधा उपलब्ध करवा दी है। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंन्द्र ने इसके लिए साफटवेयर तैयार किया है। ई-मुलाकात के तहत जेल बंदी के परिवारजन विभाग के पोर्टल पर मिलने के लिए आवदेन करते है।

जिसमें उनका नाम पता मोबाइल न. ईमेल आदि लिए जाते है। साथ ही संबंधित बंदी का नाम व अन्य जानकारियां भी देनी होती है। तत्पश्चात् कारागार विभाग के द्वारा आवदेन करने वालों को उसके ई मेल पर वेब लिंक एवं पिन भेजा जाता है। इसमें मुलाकात का समय और दिन भी बताया जाता है। उपरोक्त समय पर प्रार्थी अपने कम्प्यूटर या मोबाईल के जएि जेल के विडियों कॉन्फ्रेंसिंग सेटअप से जुड जाता है। यहां परिजन की कैदी से मुलाकात होती है और पंाच मिनिट बाद लिंक अपने आप कट जाता है।

राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के तकनीकी निदेशक अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि जेल विभाग इस इलेक्ट्रोनिक मुलाकात की रिकाॅर्डिंग भी करता है। यह सुविधा ई 1 अप्रैल 2020 से शुरू की गई थी और अभी तक करीब 5000 वीसी मुलाकातें कराई जा चुकी है।

उन्होंने बताया कि यह एक सहज एवं सुगम प्रक्रिया है जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए परिवारजन अपने घरों में रहते हुए ही बंदियो से मुलाकात कर पा रहे है। अप महानिरीक्षक जेल, विकास कुमार ने बताया कि अभी यह व्यवस्था राज्य की कुल 142 में से 100 जेलों में शुरू की गई है। शेष जेलों में भी शीघ्र ई-मुलाकात की व्यवस्था शुरू की जाएगी। 


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