राजस्थान में विभिन्न श्रेणीयों में 11 फीसदी तक बढ़ाए गए बिजली के दाम
राजस्थान में विभिन्न श्रेणीयों में 11 फीसदी तक बढ़ाए गए बिजली के दाम 1.40 करोड़ उपभोक्ताओं में से करीब 50 फीसदी पर आएगा भार
जयपुर। राजस्थान में एक फरवरी से बिजली के दामों में विभिन्न श्रेणियों में 11 प्रतिशत की बढोतरी कर दी गई है। राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली कम्पनियों के प्रस्ताव की समीक्षा के बाद वर्ष 2019-20 के लिए बिजली के नई दरों को मंजूरी दे दी। बीपीएल, छोटे उपभोक्ता, किसानों और उद्योगों के लिए दाम नहीं बढे है, लेकिन मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए बिजली का बिल बढ गया है।
राजस्थान में बिजली वितरण कम्पनियों ने वर्ष 2019-20 के बिजली की नई दरों के लिए राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग में याचिका दायर की थी। इसे आयोग ने मंजूर कर लिया है। आयोग ने आयोग ने उद्योगों को कुछ राहत दी है और एक मेगावाट से अधिक बिजली डिमाण्ड और 50 फीसदी से अधिक लोड फेक्टर वाली इण्डिस्टी की दर में एक रुपए प्रति यूनिट की कमी की गई है। सभी बड़ी उदयोगों के लिए रात के वक्त बिजली का उपभोग करने पर 15 प्रतिशत सस्ती बिजली देने का प्रावधान किया गया है। इलेक्ट्रिक वाहनों के बढते इस्तेमाल को देखते हुए अलग से टेरिफ का प्रावधान करते हुए 6 रुपए प्रति यूनिट में मिलेगी बिजली देने का निर्णय किया गया है।
यह है प्रमुख दरे
- बीपीएल और 50 यूनिट से कम बिजली उपभोग करने वाले छोटे उपभोक्ताओं की बिजली दर यथावत
- आम घरेलू उपभोक्ताओं के उपभोग के हिसाब से बढ़ाए गए है स्थाई शुल्क और यूनिट की दर। यह बढोतरी 50 पैसे से लेकर 95 पैसे प्रति युनिट तक है।
- बिल की तारीख से सात दिन पहले भुगतान पर 0.15 फीसदी की छूट, दस दिन पहले भुगतान करने पर 0.35 फीसदी भुगतान की छूट
- 14 लाख रू कृषि उपभोक्ता के लिए दाम बढ़ाए गए, लेकिन यह बढोतरी सरकार वहन करेगी।