अंधविश्वास के चलते मृतक बच्चे को कब्र से बाहर निकाला,17 घंटे बाद फिर दफनाया
रिश्तेदार ने 5,000 में में बात तय कर तांत्रिक की मोहन सिंह से टेलिफोन पर बात कराई,तांत्रिक जैसे फोन पर दिशा-निर्देश देता गया वैसा ही परिजन करते रहे ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता] । अंधविश्वास के चलते एक मृतक बच्चे के परिजनों ने तांत्रिक के कहने पर शव को कब्र से बाहर निकाल लिया । तांत्रिकं ने मृत बच्चे को फिर से जिंदा करने की बात कहते हुए परिजनों से 5,000 रूपए ले लिए और करीब 17 घंटे तक तांत्रिक क्रियाएं करता रहा,लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता देखकर परिजनों ने बच्चे के शव को एक बार फिर दफना दिया । मामला राजस्थान में धौलपुर जिले सैपऊ गांव का है ।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को यहां मोहर सिंह के 9 वर्षीय बेटे छोटू को सांप ने काट लिया,इस पर परिजन गांव में ही बने मंदिर में ले गए और वहां पुजारी ने मंत्र पढ़कर उन्हे वापस घर भेज दिया । घर पहुंचते ही बच्चे की मौत हो गई । परिजनों ने रात में ही जंगल में बच्चे के शव को दफना दिया । इसी बीच मध्यप्रदेश के पिपरीपुरा गांव निवासी मोहन सिंह के एक रिश्तेदार ने टेलिफोन पर अपने किसी जानकार तांत्रिक का हवाला देते हुए कहा कि वह बच्चे को फिर से जिंदा कर देगा ।
रिश्तेदार ने 5,000 में में बात तय कर तांत्रिक की मोहन सिंह से टेलिफोन पर बात कराई,तांत्रिक जैसे फोन पर दिशा-निर्देश देता गया वैसा ही परिजन करते रहे । पहले तो बच्चे के शव को दोपहर बाद करीब 3 बजे कब्र से बाहर निकाला गया और फिर पूजा-अर्चना शुरू की । जैसे-जैसे तांत्रिक बताता गया वैसे ही परिजन करते रहे । यह क्रम रात करीब 12 बजे तक चला,इसके बाद तांत्रिक ने अपने परिचित एक अन्य तांत्रिक को गांव में भेजा । इस तांत्रिक ने बच्चे के शव को पहले तो गर्म पानी से नहलाया और फिर फिर शव पर गाय के गोबर का लेप कर दिया । इसके बाद शव को नीम के पत्तों से ढ़कते हुए आसपास अगरबत्ती जल दी । यह क्रम पूरी रात चलता रहा,अंत में शनिवार सुबह करीब पांच बजे तांत्रिक कुछ ही समय में बच्चे के जिंदा होने की बात कहते हुए मौके से फरार हो गया।
आखिरकार जब कुछ नहीं हुआ तो अंत में बच्चे के शव को एक बार फिर दफना दिया गया । अब परिजनों ने तांत्रिके के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है । सैपऊ पुलिस थाना अधिकारी का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है ।