डॉ. सीपी जोशी बने राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष
Rajasthan Assembly. डॉ. सीपी जोशी सर्वसम्मति से राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नाथद्वारा के विधायक डॉ. सीपी जोशी बुधवार को सर्वसम्मति से राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया। इसके बाद उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ चार विधायकों ने भी एक-एक कर प्रस्ताव रखे। इनका अनुमोदन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी एवं तीन अन्य विधायकों ने किया। अध्यक्ष के निर्वाचन के बाद सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। निर्वाचन के बाद डॉ. जोशी ने अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला। इस अवसर पर उन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित सभी दलों के नेता आसन तक लेकर पहुंचे।
गहलोत और वसुंधरा ने बधाई दी
डॉ. जोशी के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद सदन में सीएम गहलोत ने कहा कि जोशी का सदन से पुराना नाता रहा है, इन्होंने पक्ष विपक्ष में रहकर सदन की गरिमा बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि सभी दलों ने मिलकर आपका सर्वसम्मति से निर्वाचन किया है, अध्यक्ष से उम्मीद करता हूं कि विपक्ष को कोई शिकायत नहीं रहेगी। गहलोत ने कहा कि अध्यक्ष महोदय आप कांग्रेस के साथ भी अन्याय मत होने देना। सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने डॉ. जोशी को बधाई देते हुए कहा कि विधानसभा का सर्वोच्च पद पर आसीन होने की बधाई। विपक्ष के प्रति अध्यक्ष का सहयोग हमेशा बना रहे यही उम्मीद है। बधाई संबोधन के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने पिछली भाजपा सरकार पर निशाना साधा। इस पर भाजपा के राजेन्द्र राठौड़ ने आपत्ति जताई। विवाद बढ़ता देख मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप किया।
चार बार विधायक और एक बार सांसद रहे जोशी
डॉ. जोशी नाथद्वारा सीट से चार बार विधायक चुने गए हैं। एक बार राज्य सरकार में मंत्री भी बने। साल 2008 के विधानसभा चुनाव में जोशी सिर्फ एक वोट से चुनाव हार गए थे। उसके बाद 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में वे सांसद बनकर मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे।