Aadhaar Card: राजस्थान में आधार कार्ड के सत्यापन में मिला अंतर, 20.45 लाख किसानों का पैसा अटका
Aadhaar Card. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राजस्थान के 20.45 लाख से ज्यादा किसानों की सहायता राशि अटक गई है।
मनीष गोधा, जयपुर। किसानों की सहायता के लिए केंद्र सरकार की ओर से लागू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राजस्थान के 20.45 लाख से ज्यादा किसानों की सहायता राशि अटक गई है। इन किसानों के आधार कार्ड और सहायता के लिए किए गए आवेदन में दिए नाम में अंतर है। वैसे इस योजना के क्रियान्वयन में राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। अब तक यहां के 86 प्रतिशत किसानों को योजना के तहत मिलने वाली राशि की तीनों किस्तों का भुगतान हो चुका है। केंद्र सरकार द्वारा अब तक तीनों किस्त के रूप में 2152.57 करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा किए जा चुके हैं। योजना में किसानों को हर वर्ष छह हजार रुपये की सहायता दी जा रही है। दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों में यह सहायता राशि दी जाती है।
केंद्र सरकार ने पहली और दूसरी किस्त तो सभी आवेदकों को दे दी, लेकिन इस बीच कुछ गड़बड़ियां सामने आई तो दूसरी किस्त के बाद केंद्र सरकार ने अपने स्तर पर किसानों के आवेदन को आधार से सत्यापित करना शुरू कर दिया। राज्य के 20 लाख 45 हजार 901 किसानों के आधार के नाम एवं आवेदन में दिए गए नाम में अंतर पाया गया है। चूंकि बिना आधार प्रमाणन के किसानों की किस्त जारी नहीं की जा रही है, ऐसे में इन किसानों को मिलने वाली राशि अटक गई है। हालांकि इनमें से दो लाख 34 हजार 649 किसानों ने आधार के नाम को पीएम किसान पोर्टल पर आवेदित नाम में सही कर दिया है और अब जल्द ही इनकी सहायता राशि भी मिल जाएगी।
राजस्थान के सहकारिता रजिस्ट्रार नीरज के. पवन ने बताया कि राज्य के किसानों द्वारा किए गए आवेदन आधार से ही किए गए हैं। केंद्र ने गाइडलाइन जारी कर आग्रह किया है कि किसानों के आवेदित नाम और आधार कार्ड में उल्लेखित नाम में समानता होनी चाहिए। इसके लिए किसान किसी भी ई-मित्र केंद्र पर जाकर पीएम किसान पोर्टल पर नाम में असमानता को सही कर सकते हैं। राजस्थान में 31 मार्च, 2019 तक आवेदन करने वाले 86.69 प्रतिशत किसानों के खातों में तीनों किस्त जमा हो चुकी है।
आवेदन करने के 4 माह में सत्यापन पर पहली किस्त, अगले चार माह में दूसरी और उसके बाद तीसरी किस्त जारी होती है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में 1 अप्रैल से 31 जुलाई तक आवेदन करने वाले किसानों में से 14 लाख 76 हजार 495 किसानों को पहली तथा 13 लाख 96 हजार 172 किसानों को दूसरी किस्त जारी हो चुकी है। इस प्रकार मौजूदा वित्तीय वर्ष में भी 86.67 प्रतिशत किसानों को दोनों किस्त मिल चुकी है।