जयपुर से दो घंटे दूर होगी दिल्ली, सेमी बुलेट ट्रेन चलेगी
रेलवे की तरफ से एक नई खुशखबरी है, जयपुर-दिल्ली के बीच सेमी बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है। अभी जो सफर ट्रेन से साढ़े चार-पांच घंटे में पूरा होता है वह दो घंटे से भी कम समय में तय हो सकेगा।
जयपुर [नरेन्द्र शर्मा]। रेलवे की तरफ से एक नई खुशखबरी है, जयपुर-दिल्ली के बीच सेमी बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी हो रही है। अभी जो सफर ट्रेन से साढ़े चार-पांच घंटे में पूरा होता है वह दो घंटे से भी कम समय में तय हो सकेगा। ट्रेन की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे तक होगी। प्रोजेक्ट पर 40 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। नेशनल कैपिटल रीजन प्लानिंग बोर्ड ने प्रोजेक्ट का सर्वे शुरू करने के आदेश दे दिए हैं।
सर्वे पर ही 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह हाई स्पीड रेल रूट पहले दिल्ली से रेवाड़ी-भिवाड़ी होते हुए अलवर तक प्रस्तावित था। अब अलवर को रूट रद्द कर बहरोड़ होते हुए जयपुर तक ट्रेन के विस्तार का प्रस्ताव फाइनल है। यह रेल रूट नेशनल हाई वे 8 के लगभग समानांतर चलेगा। बुलेट ट्रेन शुरू होने पर एनसीआर रीजन के साथ राष्टï्रीय राजधानी दिल्ली तथा काउंटर मैग्नेट सिटी जयपुर को जोड़कर रीजनल रेपिड रेल का बेहतरीन उदाहरण सेवा साबित होगी।
अफसरों ने बताया कि पहले फेज में यह बुलेट ट्रेन दिल्ली से एक घंटे में बहरोड़ सोतानाला लाने का फाइनल है। उसके ठीक बाद इसका विस्तार जयपुर तक किया जाएगा। रेपिड रेल का यह प्रोजेक्ट जयपुर दिल्ली के बीच चलाने का फाइनल है।
अफसरों का कहना है कि दिल्ली-अलवर के बीच पहले प्रस्तावित रेपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम से अलवर को बाहर किए जाने और रूट बदलकर जयपुर तक लाने का फैसला इसलिए किया जा रहा है कि अलवर दिल्ली के बीच 141 किलोमीटर में पहले से 22 ट्रेन रोज संचालित हो रही है।इतनी बड़ी संख्या में अलवर दिल्ली के बीच ट्रांसपोर्ट सिस्टम होने तथा दिल्ली बहरोड़ के बीच एक भी सीधी ट्रेन नहीं होने के कारण रूट बदला गया।
राजस्थान नेशनल कैपिटल रीजन के चीफ टाउन प्लानर जे.बी. जाखड़ ने बताया कि प्रोजेक्ट फाइनल है। सर्वे की मंजूरी मिल गई हैं। सर्वे से तय है कि अब रूट वाया बहरोड़ सोतानाला जयपुर का रहेगा। काउंटर मैग्नेट के रूप में जयपुर को यह पहली सौगात मिलेगी।