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जोधपुर रेलवे स्टेशन पर मिले मूक बधिर किशोर ने पहचाना अपना घर, जोधपुर से दो सदस्यों का दल बच्चे को लेकर जाएगा पंजाब

राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के अनुसार जोधपुर रेलवे स्टेशन पर यह नाबालिक बालक मिला थाजिसे बाद में जोधपुर राजकीय किशोर गृह में भिजवाया गया था।चूंकि वह सुन या बोल नहीं सकता था इसलिए उसके साथ संवाद करना मुश्किल था।

By Priti JhaEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 11:07 AM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 11:07 AM (IST)
जोधपुर रेलवे स्टेशन पर मिले मूक बधिर किशोर ने पहचाना अपना घर, जोधपुर से दो सदस्यों का दल बच्चे को लेकर जाएगा पंजाब
जोधपुर रेलवे स्टेशन पर मिले मूक बधिर किशोर ने पहचाना अपना घर

जोधपुर, रंजन दवे। जोधपुर रेलवे स्टेशन पर कुछ महीने पहले मिले एक मूक-बधिर अबोध को उसके परिवार से मिलाने के लिए जोधपुर से अधिकारियों का एक दल बालक को लेकर पंजाब जाएगा। बालक ने पंजाब के अमृतसर को अपने घर के रूप में पहचान की है। राजस्थान बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के प्रयासों के कारण यह मूक बधिर बालक शीघ्र ही अपने परिवार से मिल पाएगा। इसके लिए जोधपुर की चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के 2 सदस्य उसे पंजाब लेकर जाएंगे।

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राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल के अनुसार "जोधपुर रेलवे स्टेशन पर यह नाबालिक बालक मिला था,जिसे बाद में जोधपुर राजकीय किशोर गृह में भिजवाया गया था।चूंकि वह सुन या बोल नहीं सकता था, इसलिए उसके साथ संवाद करना मुश्किल था।" जोधपुर किशोर गृह में बालक का पूरा ध्यान रखा गया और उसे विभिन्न संकेतों और माध्यमों के जरिए मूल स्थान के जानकारी के  बारे में प्रयास किए गए। जोधपुर की राजकीय किशोर गृह के अधीक्षक मनमीत सोलंकी के अनुसार बच्चे को पंजाब के अमृतसर और वहां से जुड़ी अन्य स्थानों गुरुद्वारे और लंगर आदि का बताने पर उसने इन स्थानों को काउंसलर की मदद से पहचाना जो कि काफी मददगार साबित हुआ।

किशोर गृह में बालक का नाम गोपी रखा गया जो कि उसके वास्तविक नाम से मिलता प्रतीत हुआ। गोपी को काउंसलिंग के दौरान  पगड़ी दिखाई गई तो वे मुस्कुरा दिया। इसी प्रकार स्वर्ण मंदिर की तस्वीर ,पोषाक, कृपाण आदि भी दिखाए गए, जिसके बाद ये निश्चित हो पाया कि बालक का सम्बंध अमृतसर से है। जिसके बाद उसे उसके मूल स्थान पर भेजने के प्रयासों में तेजी लाई गई।

राजस्थान बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा संगीता बेनीवाल के अथक प्रयासों से इस संबंध में सफलता मिली और अब जोधपुर में चाइल्ड वेलफेयर समिति के दो सदस्यों के साथ अब उसे पंजाब भेजे जाने की तैयारी चल रही है। 

इनका कहना है: 

हमने पंजाब के संबंधित अधिकारियों को एक पत्र लिखा है और उसे दो सलाहकारों के साथ वहां भेजने की तैयारी है।वहां उसे बाल देखभाल संस्थान में भेजने का फैसला किया है।जिससे कि वह जल्दी ही अपने परिवार से मिल सकेगा।

संगीता बेनीवाल

अध्यक्ष, बाल संरक्षण आयोग, राजस्थान

 गोपी ने अमृतसत के स्थानों को देख खुशी जाहिर की। काउंसलर की मदद से ये सामने आया कि उसकी माँ अन्य परिवार के लोग लंगर में रोटी बनाते है। संगीता बेनीवाल जी प्रसायो से बालक पंजाब जा पाएगा। अभी राजकीय किशोर गृह में बालक सकुशल है।

मनमीत सोलंकी

अधीक्षक, राजकीय किशोर गृह, जोधपुर 


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