Rajasthan: मरीज की मौत के बाद आई कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट, अब आ रहे हैं होम क्वारंटाइन के लिए फोन कॉल
Coronavirus एक व्यक्ति की मौत के बाद उसकी कोरोना नेगेटिव आई। इसके बावजूद कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मृतक के रिश्तेदारों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अब मौत के बाद मृतक को होम क्वारंटाइन करने के फोन कॉल्स आ रहे हैं।
जोधपुर, संवाद सूत्र। Coronavirus: कोरोना से लोगों की मौत के आंकड़े और लगातार संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने निश्चित तौर पर चिंता बढ़ाई है, तो वही प्रशासनिक गड़बड़ झाले से भी लोग कम परेशान नहीं है। जोधपुर में एक व्यक्ति की मौत के बाद उसकी कोरोना नेगेटिव आई। इसके बावजूद कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मृतक के रिश्तेदारों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अब मौत के छह दिन बीत जाने के बाद जोधपुर नगर निगम और संबंधित थाना क्षेत्र से लगातार मृतक को होम क्वारंटाइन करने के फोन कॉल्स ने गमजदा परिवार को पसोपेश में डाल दिया है। जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के में रहने वाले एक व्यक्ति की 20 सितंबर को अचानक तबीयत बिगड़ी।
इसके बाद उनके परिवार के लोग उन्हें पास के एक बड़े निजी चिकित्सालय ले गए, जहां के चिकित्सक ने आनन फानन में कोरोना का खौफ बताकर उन्हें गांधी अस्पताल ले जाने को कहा। वह व्यक्ति शुगर पेशेंट था, जिसका उपचार भी लगातार चल था। उसके चचेरे भाई के अनुसार, वह व्यक्ति स्वयं सीढ़िया चढ़ उतर कर अस्तपाल पहुचे थे, लेकिन गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान उसी दिन उनका निधन हो गया। निधन हॉस्पिटल में हुआ था, इसलिए चिकित्सकों ने निधन के बाद कोविड जांच की। वहीं, सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन निर्देशों के तहत बॉडी को बिना घर लाए सीधे अस्पताल से ही मोक्ष धाम ले जाकर उनका उसी दिन अंतिम संस्कार कर दिया गया। अगले दिन उसकी कोविड जांच भी नेगेटिव आई, जिससे परिजनों ने राहत की सांस ली।
इधर, मौत के छह दिन बाद नगर निगम और पुलिस प्रशासन से उनके घर पर फोन आने शुरू हुए, उन्हें होम क्वारंटीन किए जाने को लेकर कहा गया। इसको लेकर अब परिवार फिर सदमे में है। परिजनों के अनुसार, जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जोधपुर नगर निगम और हाउसिंग बोर्ड संबंधित थाना से लगातार फोन आ रहे हैं, उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए कहा जा रहा है, जबकि उनके निधन को छह दिन हो चुके हैं और उनकी कोविड जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। ऐसे में प्रशासन की लापरवाही से अब मृतक का पूरा परिवार असमंजस में है, जबकि उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। ऐसे में जिम्मेदारों पर सवाल ये उठता है कि जहां जांच रिपोर्ट नेगिटिव आई तो लिस्ट में मृतक का नाम कैसे आया, अगर सच मे मृतक पॉजिटिव आया तो उसकी मौत हुए छह दिन बीत गए तो अब होम क्वारंटाइन के फोन कैसे। ऐसे में सरकारी व्यस्था पर सवाल उठना लाजमी है। मृतक के परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कारणों की जांच की मांग की है।
जानें, क्या कहते हैं परिजन
छह दिन पहले महात्मा गांधी अस्पताल में एक व्यक्ति की मौ हो चुकी है, जिसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। लापरवाही के कारणों की जांच की जाए, जिससे सही स्थिति का पता चल सके। क्षेत्र के बीएलओ को भी इस बारे में अवगत करवाया गया है।
-मृतक के भाई।