Coronavirus: एक हजार लोगों को कचोरी-समोसे खिला चुका था उदयपुर का संक्रमित
Coronavirus उदयपुर मूल के एक कोरोना संक्रमित युवक द्वारा पिछले कई दिनों से राजसमंद में घर-घर जाकर कचोरी-समोसे बेचने का मामला सामने आया है।
सुभाष शर्मा, उदयपुर। Coronavirus: कोरोना महामारी के बीच उदयपुर संभाग का राजसमंद जिला पिछले सप्ताह तक ग्रीन जोन में शामिल था, लेकिन अब वह भी तेजी से संक्रमित क्षेत्रों में शामिल होने जा रहा है। इसके पीछे उदयपुर मूल के एक कोरोना संक्रमित युवक द्वारा पिछले कई दिनों से राजसमंद में घर-घर जाकर कचोरी-समोसे बेचने का मामला सामने आया है। यह युवक पिछले दो सप्ताह में एक हजार से अधिक लोगों को कचोरी-समोसे खिला चुका है। राजसमंद जिला प्रशासन ने कांकरोली तथा उससे सटे राजसमंद शहर के सभी घरों की स्क्रीनिंग तथा सैंपलिंग का काम तेज कर दिया है।
बताया गया कि उदयपुर के धानमंडी क्षेत्र का युवक कांकरोली बस स्टैंड पर फास्ट फूड की लॉरी लगाता था। लॉकडाउन के बाद उसने घर पर ही समोसा-कचोरी बनाना और घर-घर जाकर बेचना शुरू कर दिया था। पेट दर्द की शिकायत पर पहुंचा था अस्पताल उक्त युवक पेट दर्द की शिकायत पर राजसमंद के कमला-नेहरू अस्पताल में खुद को दिखाने पहुंचा था जहां जांच के बाद उसे पथरी होना बताया। जिस पर वह पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए राजी हो गया। ऑपरेशन से पूर्व अस्पताल के चिकित्सकों ने उसका कोरोना टेस्ट कराने को कहा तो जांच में वह पॉजिटिव निकला। इसके बाद समूचे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। युवक ने बताया कि समोसा-कचोरी बनाने में उसे अपने माता-पिता, पत्नी तथा भाई का भी सहयोग मिलता है। जिस पर युवक के साथ उसके स्वजनों को भी आरके अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया।
22 मार्च से घर-घर जाकर बेच रहा था
कोरोना संक्रमित युवक ने बताया कि वह पिछले सात साल कांकरोली स्थित द्वारकेश वाटिका के सामने फास्ट फूड की लॉरी लगाता है। लॉकडाउन के बांद धंधा बंद हुआ तो उसने घर-घर जाकर कचोरी-समोसा बेचना शुरू कर दिया। जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल ने कांकरोली तथा राजसमंद कस्बे के लोगों से अपील की है कि जिन लोगों ने संक्रमित युवक से कचोरी-समोसे खरीदे हों वे कोरोना जांच अवश्य कराएं। इसके बाद 100 से अधिक लोग जांच करा चुके हैं, जिनमें से 18 लोग संक्रमित पाए गए, जबकि दो लोग मुंबई की धारावी से संक्रमित होकर राजसमंद लौटे थे।
अजमेर में 24 घंटे में 11 नए मामले
उधर, अजमेर में कोरोना वायरस का संक्रमण अब सामुदायिक असर दिखाने लगा है। बीते चौबीस घंटों में अजमेर में 11 नए मामले सामने आए हैं। इनमें केकड़ी के दो पॉजिटिव केस दादा और पोते के हैं। शेष नौ मामले अजमेर के विभिन्न क्षेत्रों के हैं। अजमेर में सोमवार को सामने आए नए मामलों को मिलाकर कुल 231 पॉजिटिव मामले हो गए हैं। 80 मरीज ठीक हो गए हैं। मृतक जायरीन भी पॉजिटिव नौ मई को जिस जायरीन की मृत्यु हुई थी, वह भी अब कोरोना पॉजिटिव निकली है। यह युवती गत अप्रैल माह से ही अपने पिता के साथ दरगाह क्षेत्र में रह रही थी। दरगाह क्षेत्र पहले से ही हॉटस्पॉट बना हुआ है। यही वजह है कि सम्पूर्ण दरगाह क्षेत्र में अप्रैल के आरंभ से ही कर्फ्यू लगा हुआ है।
अस्पताल में खुदकशी करने वाले बरेली के युवक की रिपोर्ट निगेटिव अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में भर्ती एक युवक ने 11 मई की सुबह वार्ड के शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उत्तर प्रदेश के बरेली के युवक पंकज यादव को 10 मई की रात को ही संदिग्ध मानते हुए भर्ती करवाया गया था, लेकिन उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोतवाली के थाना प्रभारी श्मशेर खान ने बताया कि पंकज को सुबह पांच बजे तक सही सलामत देखा गया था, संभवत: पांच बजे बाद ही पंकज ने खुदकशी की। पंकज के स्वजनों को सूचना भिजवाई गई है। उसने सुसाइड नोट में अन्य बीमारी से निराश होकर जान देने की बात कही है।