Rajasthan Politics : डूंगरपुर में अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक
उपखंड अधिकारी सहित मौजूद तमाम अधिकारी और कर्मचारियों को पंचायत भवन में किया बंद। कांग्रेस विधायक घोघरा और ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी पर लाभार्थियों को भूमि के पट्टे नहीं देने का आरोप लगाया। शिविर में गांवों के लोगों के काम होने थे लेकिन शाम तक लोगों को पट्टे नहीं मिले।
उदयपुर, संवाद सूत्र। डूंगरपुर में मंगलवार को कांग्रेस विधायक एवं यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा अपनी ही सरकार के खिलाफ समक्ष धरने पर बैठे गए। इससे पहले उन्होंने उपखंड अधिकारी समेत प्रशासन गांवों के संग शिविर में शामिल होने आए तमात अधिकारी और कर्मचारियों को पंचायत भवन में बंद कर दिया। कांग्रेस विधायक घोघरा और ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी पर लाभार्थियों को भूमि के पट्टे नहीं देने का आरोप लगाया।
ग्राम पंचायत सुरपुर में प्रशासन गांवों के संग शिविर का आयोजन हो रहा था
बताया गया कि डूंगरपुर जिले की ग्राम पंचायत सुरपुर में मंगलवार को प्रशासन गांवों के संग शिविर का आयोजन हो रहा था। वहां उपखंड अधिकारी मणिलाल तिरगर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। शिविर में गांवों के लोगों के काम होने थे लेकिन शाम तक लोगों को पट्टे नहीं मिले। जिस पर नाराज लोगों ने इसकी शिकायत विधायक गणेश घोघरा से की। इस पर विधायक घोघरा सुरपुर पहुंचे तथा मौजूद उपखंड अधाकारी से पात्र ग्रामीणों को पट्टे नहीं दिए जाने का कारण पूछा।
गांव के लोग मंगलवार सुबह से ही पट्टे मिलने का इंतजार कर रहे थे
जबाव नहीं मिलने से नाराज विधायक समर्थकों ने अधिकारियों ने पंचायत भवन में बंद कर दिया। पंचायत भवन पर ताला लगाकर विधायक ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। इस मामले में विधायक गणेश घोघरा ने बताया कि अक्टूबर 2021 में ग्रामीणों ने जमीन के पट्टों के लिए आवेदन किए थे। किन्तु आज तक उन्हें पट्टे जारी नहीं किए। गांव के लोग मंगलवार सुबह से ही पट्टे मिलने का इंतजार कर रहे थे।
तीस जून तक पट्टे दिए जाने का आश्वासन मिलने के बाद धरने से उठे विधायक, उसी के बाद पंचायत का ताला खोला
उपखंड अधिकारी सहित तमात अधिकारी और कर्मचारियों को पंचायत में बंद किए जाने की सूचना पर पुलिस उप अधीक्षक राकेश कुमार शर्मा, थानाधिकारी दिलीपदान के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने विधायक सहित मौजूद ग्रामीणों से बात की। इसके बाद उन्होंने उपखंड अधिकारी मणिलाल तिरगर से भी खिड़की के जरिए बातचीत की। उपखंड अधिकारी ने जब यह बताया कि सभी आवेदकों को जून तक पट्टे जारी कर दिए जाएंगे, उसके बाद ही पंचायत के ताले खोले गए।