Rajasthan Politics: दलितों पर बढ़ते अत्याचार से आहत कांग्रेस के विधायक पानाचंद मेघवाल ने दिया इस्तीफा
Rajasthan Politics राजस्थान में दलितों पर बढ़ते अत्याचार से आहत कांग्रेस के विधायक पानाचंद मेघवाल ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया है। जालौर जिले के सायला में शिक्षक की मारपीट से नौ साल के दलित बच्चे इंद्र मेघवाल की मौत का मामला गर्मा गया है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में दलितों पर अत्याचार कम होने के बजाय बढ़ रहे हैं। दलितों पर बढ़ते अत्याचार से आहत होकर कांग्रेस के विधायक पानाचंद मेघवाल (Panachand Meghwal) ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मेघवाल ने सोमवार को अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी (CP Joshi) को भेजा है। मेघवाल ने अपने इस्तीफे में लिखा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, लेकिन आजादी के 75 साल बाद भी प्रदेश में दलित और वंचित वर्ग पर लगातार हो रहे अत्याचारों से मेरा मन आहत है। मेरा समाज आज जिस प्रकार यातानाएं झेल रहा है, उसका दर्द शब्दों में नही कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि दलित और वंचितों को कहीं मटकी से पानी पीने तो कहीं घोड़ी पर बैठने और मूंछ रखने के कारण यातनाएं देकर मौत के घाट उतारा जाता है। पुलिस अधिकांश मामलों को फाइलों में बंद कर देती है। मेघवाल अटरू सीट से विधायक हैं।
दलितों पर अत्याचार रोकने में नाकाम साबित हो रही गहलोत सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा कि दलितों पर अत्याचार इस हद तक बढ़ गए कि अब कांग्रेस के विधायक भी इससे आहत हैं। गहलोत सरकार दलितों पर अत्याचार रोकने में नाकाम साबित हो रही है। गहलोत गृह विभाग का जिम्मा सही तरह से नहीं संभाल पा रहे हैं।
राहुल गांधी ने दलित बच्चे की मौत पर दुख जताया
उधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि निर्दयी शिक्षक द्वारा एक दलित बच्चे को बुरी तरह से पीटे जाने के बाद उसकी मृत्यु की घटना बेहद दुखद है। मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं। पीड़ित परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। आरोपित को कठोर धाराओं के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है। उसे कड़ी सजा मिलने चाहिए।
एससी आयोग की टीम आएगी
दो दिन पहले प्रदेश के जालौर (Jalore) जिले में शिक्षक की पिटाई के बाद नौ साल के दलित बच्चे की हुई मौत के मुद्दे पर गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने पर है। बसपा प्रमुख मायावती ने अशोक गहलोत सरकार को बर्खास्त कर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आए दिन ऐसी जातिवादी दर्दनाक घटनाएं होती रहती है। इससे स्पस्ष्ट है कि कांग्रेस सरकार दलितों, आदिवासियों व उपेक्षितों की जान व सम्मान की सुरक्षा कमने में नाकाम साबित हो रही है। आजाद समता पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मृतक बच्चे के स्वजनों को आर्थिक सहायता देखकर उनके मुंह पर ताला लगाना चाहती है। इस बीच, राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग (एससी आयोग) ने बच्चे की मौत के मामले में प्रसंज्ञान लेते हुए मंगलवार को एक टीम भेजने का निर्णय लिया है। आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने कहा,इससे घृणित कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
कांग्रेस की भी चिंता बढ़ी
पिछले तीन साल में दलित अत्याचार के बढ़ते मामलों ने कांग्रेस और प्रदेश सरकार की भी चिंता बढ़ाई है। चिंता यह है कि प्रदेश की 34 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। वहीं प्रदेश में करीब साढ़े 18 प्रतिशत आबादी दलितों की है। करीब 15 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से गुर्जर समाज पहले से ही कांग्रेस से नाराज है। भरतपुर में एक संत के आत्मदाह और मौत,कांवड यात्रा व अन्य धार्मिक आयोजनों में लाऊडस्पीकर बजाने पर रोक से लोगों में नाराज हैं। अब दलितों पर बढ़ते अपराधों से वोट बैंक में सेंध की चिंता कांग्रेस को सताने लगी है।
सचिन पायलट खेमा भी सक्रिय हुआ
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को मृतक बच्चे के स्वजनों से मिलने जालौर जिले के गांव में जाएंगे । उनके साथ विधायक वेदप्रकाश सोलंकी सहित अन्य दलित नेता भी रहेंगे ।सीएम नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे पायलट के लिए गहलोत को घेरने का यह बेहतर मौका मिला है। सोलंकी ने सोमवार को कहा कि मृतक बच्चे के स्वजनों को 50 लाख की नकद सहायता दी जानी चाहिए।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा, वो राजनीति करेंगे
सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि जालौर जिले में भाजपा विधायक से परेशान होकर एक संत ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। बच्चे की पिटाई करने वाले शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। सरकार ने बच्चे के स्वजनों को मुआवजा दिया गया है, लेकिन मेरा मानना है कि वो (विपक्ष) राजनीति करेंगे, क्योंकि महंगाई और बेरोजगारी विस्फोटक स्थिति में है। मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों के मुकाबले कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति राजस्थान में है। जालौर जिले में 20 जुलाई को निजी स्कूल के शिक्षक छैल सिंह की पिटाई के बाद बच्चा इंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के दौरान शनिवार को अहमदाबाद में बच्चे की मौत हो गई।