Khwaja Dargah: कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने ख्वाजा की दरगाह में की जियारत
Hardik Patel ख्वाजा की दरगाह में जियारत के बाद मीडियाकर्मियों से हार्दिक पटेल ने कहा कि सरकार का प्रयास होना चाहिए कि हर वर्ग को पूरी समानता मिले। किसी भी देश के लिए हिंदू-मुस्लिम के नाम पर राजनीति करना देश के लिए खतरा है।
जयपुर/अजमेर, जेएनएन। Hardik Patel: कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल शनिवार की अजमेर पहुंचे। यहां उन्होंने सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जियारत की। इससे बाद हार्दिक पटेल ने कहा कि सरकार का प्रयास होना चाहिए कि हर वर्ग को पूरी समानता मिले। किसी भी देश के लिए हिंदू-मुस्लिम के नाम पर राजनीति करना देश के लिए खतरा है। कट्टरता से किसी भी देश का विकास नहीं होता, जहां समानता रहती है, प्यार होता है, वही देश विकास करता है। उन्होंने ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार और गुजरात की राज्य सरकार कोरोना वायरस से निपटने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। हजारों लोगों की जान जा चुकी है। सरकार को चिकित्सा व्यवस्था सही करने और इस समाधान के लिए लड़ना चाहिए था, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया।
हार्दिक पटेल ने कहा कि तीन-चार साल पहले दरगाह आया और हर साल आना था, लेकिन इसके बाद गुजरात सरकार ने उनके राज्य से बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी। अब 10 दिन की इजाजत मिली है, तो वे 135 करोड़ देशवासियों की समस्या दूर हो, उसके लिए दुआ करने के लिए अजमेर की ख्वाजा साहब की दरगाह में आए हैं।
अजमेर संवाद सूत्र के मुताबिक, हार्दिक पटेल ने पुष्कर सरोवर की पूजा-अर्चना की व ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए।
लव जिहाद के सवाल पर कहा कि कट्टरता जहां होती है, वहां विकास और प्रेम नहीं हो सकता। कोरोना के सवाल पर कहा कि गुजरात और केंद्र सरकार नाकाम रही है। उनके मुताबिक यदि अच्छे डॉक्टर और अस्पताल होते तो कोरोना से बेहतर ढंग से लड़ा जा सकता था। इससे पूर्व हार्दिक ने खादीम फैसल चिश्ती की सदारत में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर फूल चादर पेश कर सभी भारतीयों की खुशहाली और तरक्की की दुआ की। उनके साथ कांग्रेस के कई नेता और गुजरात से आए लोग मौजूद रहे। उन्होंने पुष्कर सरोवर को पूजा व दान पुण्य किया।
गौरतलब है कि गुजरात में पटेल समुदाय द्वारा ओबीसी दर्जे की मांग को लेकर जारी आरक्षण आंदोलन के युवा नेता हार्दिक ओबीसी दर्जे में पटेल समुदाय को शामिल कर सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण चाहते हैं। गुजरात में दंगों में लिप्त होने के कारण उन्हें दो साल की सजा मिली और गुजरात से बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी गई। अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बने हार्दिक पटेल को गुजरात सरकार द्वारा 10 दिन की इजाजत दी गई है।