Digvijaya Singh In Jaipur: दिग्विजय सिंह बोले, सुप्रीम कोर्ट के जज से कराई जाए मुंद्रा पोर्ट पर मिली हेरोइन की जांच
Digvijaya Singh In Jaipur दिग्विजय सिंह ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर हेरोइन पकड़ जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि एनआइए पर हमको भरोसा नहीं है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर हेरोइन पकड़ जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) पर हमको भरोसा नहीं है। जज को भी वह कमेटी नियुक्त करे, जिसमें नेता प्रतिपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शामिल हो। एनआइए वह एजेंसी है, जिसने भाजपा से जुड़े आरोपितों को बरी कराया है। जांच एजेंसियों का लक्ष्य अपराधियों को जेल भेजना होता है, लेकिन एनआइए ने उन सबको बरी करवा दिया, जो आतंकी गतिविधियों में लिप्त थे। आतंकी गतिविधियों में शामिल अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट, समझौता एक्सप्रेस, मालेगांव मामले के आरोपितों को बरी कर दिया गया। वहां वकील लगाए जाते हैं, जो अपराधियों को सजा दिलवाने की जगह उन्हें बरी करवाने के लिए बहस करते हैं। दिग्विजय सिंह शुक्रवार को जयपुर में मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे।
ड्रग पैडलिंग आतंकियों से भी खतरनाकः दिग्विजय
उन्होंने कहा कि 13 सितंबर को मुंद्रा पोर्ट पर हेरोइन की खेप पकड़ी गई। बड़ी मात्रा में पकड़ी गई हेरोइन की कीमत एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। पहली बार आशी ट्रेडिंग कंपनी के नाम से अफगानिस्तान और ईरान होते हुए 21 हजार करोड़ रुपये का ड्रग आया था। उससे पहले भी एक लाख 75 हजार करोड़ का ड्रग आया है। उन्होंने कहा कि देश में हेरोइन का कारोबार पांच से 10 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के राज में राजनीतिक विरोधियों पर ईडी, आयकर विभाग और सीबीआइ छापेमारी कर रही हैं, जबकि अगर कोई भाजपा में शामिल हो जाए तो उसे मुक्ति मिल जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि ड्रग पैडलिंग के 13 मामलों में भाजपा नेताओं की भागीदारी रही है, क्या भाजपा के इन नेताओं के खिलाफ एनडीपीसी एक्ट में कार्रवाई होगी। ड्रग पैडलिंग तो आतंकियों से भी खतरनाक है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी सबसे बड़ा घोटाला है। नोटबंदी से फेक करेंसी और आतंकवाद खत्म होने का दावा करते थे। अगर ईमानदारी से काले धन को रोकने के लिए नोटबंदी की थी तो देश में करेंसी 17 लाख करोड़ से बढ़कर 26.7 लाख करोड़ कैसे हुई है।
आरएसएस पर साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरएसएस रजिस्टर्ड संस्था नहीं है। जिस संस्था का पंजीयन नहीं हुआ तो उसकी सदस्यता भी नहीं हो सकती है। उसका खाता भी नहीं है। जब आरएसएस का पंजीयन नहीं है तो फिर उसके नाम से जो दक्षिणा आती है, वह किस खाते में जमा होती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने अपने ट्विटर हैंडल पर कोरोना काल में सात करोड़ का धन एकत्रित कर के जरूरतमंदों में बांटने का दावा किया है। जब संस्था रजिस्टर्ड नहीं है, इसका खाता भी नहीं है तो फिर ब्लैक मनी कहां से आई।
अशोक गहलोत और सचिन पायलट से की मुलाकात
एक दिन की यात्रा पर जयपुर आए दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। मुख्यमंत्री निवास पर हुई इस मुलाकात में राष्ट्रीय व राज्य की राजनीति पर चर्चा हुई बताई। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई नेताओं ने दिग्विजय सिंह से मुलाकात की।