Rajasthan Politics: गुर्जर नेताओं को मनाने में जुटी सरकार, भारत जोड़ो यात्रा के विरोध की दी थी चेतावनी
Bharat Jodo Yatra राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का राजस्थान में विरोध करने की चेतावनी देने वाले गुर्जर नेताओं को मनाने का प्रयास जारी है। अशोक गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों ने गुर्जर नेताओं के साथ बैठक की।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का राजस्थान में विरोध करने की चेतावनी देने वाले गुर्जर नेताओं को मनाने का प्रयास जारी है। अशोक गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों ने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन गुर्जर नेताओं के साथ बैठक की। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी। बुधवार शाम पांच बजे फिर मंत्रियों और गुर्जर नेताओं की बैठक होगी। इस बैठक का प्रकरण का पूरा हल निकलने की उम्मीद है।
अधिकांश बिंदुओं पर बनी सहमति
बैठक के बाद खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना ने कहा कि अधिकांश बिंदुओं पर सहमति बन गई है। बुधवार को तीसरे दौर की बातचीत होगी, जिसमें मामला पूरी तरह से शांत हो जाएगा।
विजय सिंह बैंसला ने की ये मांग
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक विजय सिंह बैंसला ने कहा कि जब तक हमें लिखित समझौता नहीं मिलता, तब तक हम किसी की बात को नहीं मानेंगे। हम भावी पीढ़ी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में शिक्षा मंत्री डा. बीडी कल्ला, गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव और देव नारायण बोर्ड के अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह आवाना मौजूद रहे।
गुर्जर नेताओं की ये हैं प्रमुख मांगें
उल्लेखनीय है कि गुर्जर नेताओं ने सरकार और कांग्रेस को चेतावनी दी थी कि समाज से जुड़े मुद्दों का हल नहीं निकाले जाने पर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का विरोध किया जाएगा। इनमें पिछले आंदोलनों में गुर्जर समाज के लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें वापस लेना, सरकारी नौकरियों में गुर्जरों को उचित प्रतिनिधित्व, देवनारायण बोर्ड की योजनाओं के विस्तार आदि मांगें प्रमुख हैं।
राहुल गांधी ने कही ये बात
भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को कितना राजनीतिक लाभ मिलेगा, यह भविष्य के गर्त में है, लेकिन राहुल गांधी में राजनीतिक चतुराई दिखने लगी है। यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश में पहली पत्रकार वार्ता में सोमवार को वह आसान सवालों पर मुखर दिखे, वहीं मुश्किल सवालों पर मौन। भाजपा-आरएसएस पर हमलावर रहे तो कांग्रेस के अंदरूनी विवाद-खींचतान के सवाल पर निर्णायक जवाब से बचते भी नजर आए। हालांकि, राजस्थान में पार्टी की कलह पर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट दोनों कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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