Rajasthan Politics: राजस्थान में होगा कांग्रेस का चिंतन शिविर,दो सौ नेता जुटेंगे
पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस अब राजस्थान गुजरात और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव संगठन की मजबूती सहित कई विषयों पर चिंतन शिविर में रणनीति बनाई जाएगी। इस सभा के माध्यम से कांग्रेस 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करेगी ।
जागरण संवाददाता, जयपुर। कांग्रेस का चिंतन शिविर राजस्थान में होगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस सम्बन्ध में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को संदेश भेजा है। पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस अब राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव, संगठन की मजबूती सहित कई विषयों पर चिंतन शिविर में रणनीति बनाई जाएगी। इस सभा के माध्यम से कांग्रेस 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करेगी। गहलोत ने उदयपुर अथवा जयपुर में चिंतन शिविर आयोजित करने का प्रस्ताव पार्टी आलाकमान को भेजा है। पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा ने जयपुर व उदयपुर के आधा दर्जन बड़े रिर्सोट देखे हैं।
सूत्रों के अनुसार चिंतन शिविर 14 से 16 मई तक होगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि आगामी दिनों में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होगी, जिसमें चिंतन शिविर में शामिल किए जाने वाले विषयों व स्थान के बारे में अंतिम निर्णय होगा। तीन दिवसीय चिंतन शिविर में करीब दो सौ कांग्रेस नेता शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस अब राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव, संगठन की मजबूती सहित कई विषयों पर चिंतन शिविर में रणनीति बनाई जाएगी। शिविर के अंतिम दिन एक बड़ी सभा करने की भी योजना है। इस सभा के माध्यम से कांग्रेस 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करेगी ।
उल्लेखनीय है कि साल, 2013 में यूपीएसरकारके कार्यकाल के दौरान जयपुर के बिड़ला सभागार में कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ था । उस समय राहुल गांधी को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया था । अब एक बार फिर राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बनाने में जुटे हैं।