राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा में होगी सोशल मीडिया वार
करीब 5 माह बाद होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच सोशल मीडिया वार तेज होगा।
जागरण संवाददाता, जयपुर। करीब 5 माह बाद होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच सोशल मीडिया वार तेज होगा। दोनों ही दलों ने प्रदेश से लेकर जिला औ पोलिंग बूथ स्तर सोशल मीडिया टीम को मजबूत करना प्रारम्भ कर दिया है। दोनों ही दलों की रणनीति है कि जुलाई के पहले सप्ताह से सोशल मीडिया पर सक्रिय होकर एक-दूसरे के पक्ष और विपक्ष के मुद्दे आम मतदाताओं के बीच पहुंचाए जाए।
-कांग्रेस ने प्रदेश से लेकर जिला और पोलिंग बूथ स्तर पर टीम तैयार करने की रणनीति बनाई
-भाजपा ने प्रदेश और जिला स्तर पर बनाए हाईटैक मीडिया सेंटर
भाजपा से मुकाबले के लिए कांग्रेस पोलिंग बूथ स्तर तक सोशल मीडिया नेटवर्क का विस्तार कर रही है। कांग्रेस की रणनीति है कि जून माह के अंत तक प्रत्येक पोलिंग बूथ स्तर पर सोशल मीडिया टीम तैनात कर दी जाए। जिला स्तर पर पहले ही सोशल मीडिया प्रभारियों की नियुक्ति की जा रही है। सोशल मीडिया टीम में प्रदेश स्तर पर समन्वयक और सह समन्वयक के साथ ही 51 सदस्यों की टीम बनाई गई है। जिला स्तर पर समन्वयक और सह समन्वयक के साथ ही 5 लोगों की टीम तैनात की गई है। वहीं प्रत्येक पोलिंग बूथ स्तर पर दो-दो लोगों को नियुक्त किया जाएगा है।
अगले माह के पहले सप्ताह में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सोशल मीडिया टीम जयपुर में दो दिवसीय कार्यशाला करेगी। इस कार्यशाला में सोशल मीडिया से जुड़े कार्यकर्ताओं को भाजपा के हमलों का जवाब देने और पार्टी की प्रचार को गति देने के बारे में बताया जाएगा।
भाजपा ने प्रत्येक जिला मुख्यालय पर हाईटैक मीडिया सेंटर तैयार किए है। प्रदेश स्तर पर मीडिया टीम गठित करने के साथ ही जिला स्तर पर मीडिया प्रभारियों की नियुक्तियां कर दी गई है। मीडिया सेंटर से जुड़े नेताओं को पार्टी के खर्चे पर एंड्रॉयड मोबाइल फोन और लैपटॉप सहित अन्य आधुनिक संचार सामग्री उपलब्ध करवाई गई है।
मीडिया सेंटर से जुड़ी टीम को प्रतिदिन सुबह और शाम कांग्रेस को घेरने के मुद्दे दिल्ली और जयपुर से पार्टी मुख्यालय से उपलब्ध करवाए जाएंगे। सोशल मीडिया टीम के सदस्य केन्द्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां आम मतदाताओं को बताने के साथ ही कांग्रेस शासनकाल की विफलताएं भी बताएंगे।