Rajasthan: फोन टैपिंग मामले में कांग्रेस बोली, सरकार गिराने का षडयंत्र; भाजपा ने किया पलटवार
Rajasthan केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा दिल्ली तुगलुक रोड पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज करवाने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि दिल्ली पुलिस के जरिए मामले को सीबीआइ में शिफ्ट कराने का प्रयास है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: फोन टैपिंग मामले को लेकर राजस्थान में राजनीति गरमा गई है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा दिल्ली तुगलुक रोड पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज करवाने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि दिल्ली पुलिस के जरिए मामले को सीबीआइ में शिफ्ट कराने का प्रयास है। सीबीआइ में मामला शिफ्ट कराकर केंद्र सरकार राजस्थान सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही है। इससे फिर सरकार बनाने का षडयंत्र हो रहा है। शेखावत की एफआइआर खुद को बचाने का प्रयास है। राजस्थान सरकार को दोबारा गिराने का षडयंत्र हो रहा है। राजस्थान पुलिस ने जिस समय शेखावत को आडियो के वॉइस सैंपल देने के लिए कहा था, उस समय वे ऐसे छुप गए थे। जैसे बिल्ली को देखकर चूहा बिल में घुसता है।
शेखावत पुलिस को अपना वॉइस सैंपल क्यों नहीं देते हैं। डोटासरा ने कहा कि अब आठ माह बाद दिल्ली में एफआइआर कराई गई है। उन्होंने कहा कि शेखावत यहां आए राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उनका इंतजार कर रहा है। शेखावत ने जिस तरह से सरकार गिराने का प्रयास किया था, उसके सबूत ब्यूरो के पास हैं। उधर, भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद राठौड़ ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया। डोटासरा आप शेखावत का वॉयस सैंपल लेने से पहले उन कारणों का खुलासा तो करे कि आपकी सरकार के मुख्य सचेतक द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमें को बंद क्यों कर दिया गया। भारतीय दंड संहिता की धारा 182 के तहत मुख्य सचेतक पर क्यों कार्रवाई नहीं की जा रही।
फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष बोले, पहले अपने एमएलए का वॉयस सैंपल लेकर देखा
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की मौजूदगी में शुक्रवार को उदयपुर के भाजपा जिला कार्यालय में भाजपा पदाधिकारियों की बैठक हुई। जिसमें फोन टैपिंग मामले पर भी चर्चा हुई। कटारिया ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि झूठ के दम पर कांग्रेस की सरकार लंबे समय तक नहीं चल पाएगी। फोन टैपिंग में उन्हें वॉयल सैम्पल लेने हैं तो पहले अपने विधायक विश्वेन्द्र सिंह तथा भंवरलाल शर्मा के सैम्पल ले।
कटारिया फोन टैपिंग मामले में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने गैरकानूनी तरीके से जनप्रतिनिधियों के फोन टैप करवाए थे। जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में गहलोत सरकार को खामियाजा उठाना पड़ेगा और राजस्थान की सरकार सौ फीसदी जाएगी।
उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग मामले में कुछ कांग्रेसी नेता केंन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह के वॉयल सैम्पल लेने की बात कर रहे हैं, वह यह भूल गए कि उन्हें अपने ही विधायक के वॉयल सैम्पल लेने चाहिए। कांग्रेस सरकार आठ महीने से इस मामले की जांच को टालती आ रही है और ना ही तीनों ही नेताओं के वॉयस सैम्पल लिए।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने दिल्ली में राजस्थान सरकार के खिलाफ गैर कानूनी तरीके से जन प्रतिनिधियों के फोन टेप कराने एवं छवि खराब करने का मामला दर्ज कराया था, जिसको लेकर दोनों ही दलों के नेताओं की क्रिया—प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। उदयपुर में आयोजित भाजपा जिला पदाधिकारियों की बैठक में भी यह मुद्दा चर्चा में रहा। अब बच नहीं पाएगी कांग्रेस सरकार। कटारिया ने कहा कि अब राज्य में कांग्रेस सरकार के उलटे दिन शुरू हो गए हैं। मामले की जांच कराए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। ऐसे में सरकार अब ज्यादा दिन की नहीं है।