'प्रधानमंत्री मोदी की वीडियो कांफ्रेंसिंग में केंद्र और राज्यों के बारे में चर्चा नहीं', गहलोत ने लिखा पत्र
गहलोत ने कहा कि अधिकांश औधोगिक एवं वाणिज्यिक इकाईयां अपनी क्षमता से कम उत्पादन कर रही है। ऐसे में केंद्र सरकार मांग बढ़ाने के उपायों पर ध्यान दे।
जयपुर [जागरण संवाददाता]। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कांफ्रेंसिंग की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें केंद्र और राज्यों के बारे में चर्चा नहीं की गई है। वीसी में केंद्र के चुनौतियों व सीमा पर चर्चा की गई, लेकिन राज्यों की केंद्र द्वारा चर्चा करने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। वहीं गहलोत ने वीसी के बाद प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि कोरोना के खिलाफ राज्यों को लंबी लड़ाई लड़नी है । देश की अर्थव्यवस्था गहरे संकट के दौर से गुजर रही है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश औधोगिक एवं वाणिज्यिक इकाईयां अपनी क्षमता से कम उत्पादन कर रही है। ऐसे में केंद्र सरकार मांग बढ़ाने के उपायों पर ध्यान दे। इसके लिए जरूरतमंद परिवारों को सीधे नकद ट्रांसफर किया जाए,जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ सके। इसके साथ ही मंदी से जूझ रहे उद्योगों को श्रमिकों के वेतन भुगतान के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में मनरेगा में 53 लाख से अधिक लोग काम कर रहे हैं। मनरेगा श्रमिकों के लिए अतिरिक्त कार्यदिवस सृजित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 का करीब 961 करोड़ रुपये का बकाया जीएसटी क्षतिपूर्ति को शीघ्र जारी किया जाए।
इस साल दो अप्रैल व मई में कोरोना के कारण औद्योगिक इकाईयां बंद रही इस कारण इन दो माह का क्षतिपूर्ति भुगतान करीब 4500 करोड़ रूपए भी शीघ्र किया जाए। उन्होंने केंद्रीय योजनाओं में भी केंद्र के पूरे अंशदान की मांग करते हुए कहा कि टिड्डी नियंत्रण केंद्र सरकार को उचित प्रबंध करना चाहिए। बता दें कि राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने के बजाय बढ़ रही है। राज्य में 84 कोरोना पॉजिटिव मिले, वहीं 10 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक 13,626 पॉजिटिव मिले हैं जबकि अब तक 323 लोगों की मौत हो चुकी है। भरतपुर में 31, चूरू में 3, डूंगरपुर में 2, जयपुर में 28, झालावाड़ में 5, झुंझुनू में 6, केस हैं।