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Lockdown: प्रवासी मजदूरों और कोटा के स्टूडेंट्स को घर भेजने के पक्ष में सीएम अशोक गहलोत

Lockdown. अशोक गहलोत के मुताबिक वे एक बार फिर पीएम को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों व कोटा में रह रहे स्टूडेंट्स को उनके घर जाने के लिए लॉकडाउन में छूट देने का आग्रह करेंगे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 01:53 PM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2020 03:11 PM (IST)
Lockdown: प्रवासी मजदूरों और कोटा के स्टूडेंट्स को घर भेजने के पक्ष में सीएम अशोक गहलोत
Lockdown: प्रवासी मजदूरों और कोटा के स्टूडेंट्स को घर भेजने के पक्ष में सीएम अशोक गहलोत

जागरण संवाददाात, जयपुर। Lockdown. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि वे एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों व कोटा में रह रहे विभिन्न राज्यों के स्टूडेंट्स को उनके घर जाने के लिए लॉकडाउन के एक बार कुछ छूट देने का आग्रह करेंगे। गहलोत इससे पहले भी पीएम को इस बारे में पत्र लिख चुके हैं। गहलोत का कहना है कि कोटा में 16 से 22 साल तक की उम्र के बच्चे रह रहे हैं, जिस तरह का माहौल बना हुआ है, उससे कहीं ये बच्चे परेशानी में नहीं आ जाएं इसलिए वर्तमान हालात में इन्हें घर पहुंचाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोटा में प्रशासन इन बच्चों का पूरा ख्याल रख रहा है, लेकिन फिर भी ये जाना चाहते हैँ तो इन्हें जाने की छूट दी जानी चाहिए।

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इसी तरह प्रवासी मजदूर चाहे किसी भी प्रदेश का हो उसे अपने घर जाने की छूट दी जानी चाहिए। राज्य के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता भी इस बारे में केंद्रीय गृह सचिव से बात कर चुके हैं। गहलोत ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूपी ने जिस तरह से अपने बच्चों को घर तक पहुंचाने के लिए बसें लगाई, वैसे ही अन्य राज्यों को भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार से शुरू हो रहे मोडिफाइड लॉकडाउन के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। इसके लिए पूर्व में जारी पास के अलावा ई-पास अलग से जारी होंगे।

उत्तराखंड के स्टूडेंट्स भी कोटा से गए

यूपी के बाद रविवार को उत्तराखंड के करीब दो हजार बच्चे अपने घर चले गए। ये बच्चे यूपी और उत्तराखंड सरकार की बसों में गए हैं। प्रत्येक बस में 30 बच्चों को बिठाया गया है। बस में बच्चों को बिठाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया। बस को सैनिटाइज करने के साथ ही बच्चों को मास्क, सैनिटाइजर,पानी की बोतल एवं खाने के पैकिट दिए गए। प्रत्येक बस में एक डॉक्टर एवं दो पुलिसर्किमयों को भेजा गया है।

बिहार के विधायक अपने बेटे को ले गए, अन्य बच्चे रह गए

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अपने प्रदेश के करीब साढ़े सात हजार स्टूडेंट्स को 250 बच्चों के माध्यम से उनके घर तक पहुंचाया गया है। दो दिन में इन बच्चों को कोटा से ले जाया गया। उत्तर प्रदेश सरकार के इस निर्णय पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि अगर ऐसा होगा तो फिर लॉकडाउन का क्या मतलब रह जाएगा।

अब बिहार से भाजपा विधायक अनिल सिंह शनिवार को अपने बेटे को कोटा से निजी वाहन से अपने साथ ले बिहार के नवादा ले गए हैं। सूत्रों के अनुसार, अनिल सिंह को नवादा जिला प्रशासन की तरफ से 16 से 25 अप्रैल तक का विशेष पास जारी किया गया था। उधर, यूपी और उत्तराखंड के स्टूडेंट्स के अपने घर जाने के बाद बिहार के स्टूडेंट्स भी अपने घर जाना चाहते हैं। वे इसके लिए कोटा जिला प्रशासन से लगातार आग्रह कर रहे हैं।

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