Rajasthan Crime News: बेटे की चाहत में चुराया गया बच्चा चार दिन बाद मिला, पुलिस ने अपह्त युवक को मुक्त करवाया, चार गिरफ्तार
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल लांबा ने बताया कि हेमेंद्र भरतपुर जिले नदबई का रहने वाला है। वह मानसरोवर में किराये के मकान में रहता है। वह मजदूरी करता है। बच्चा चोरी करने के बाद से वह घर से बाहर नहीं निकल रहा था ।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल में चार महीने के बच्चे दिव्यांश को चारी करने वाला आरोपित शनिवार को शहर के मानसरोवर में पकड़ा गया। आरोपित हमेंद्र उर्फ राजू के चार बेटियां थी। परिवार को बेटे की चाहत थी। इस कारण उसने चार दिन पहले अस्पताल में अपने दादा के पास सो रहे बच्चे को चुरा लिया था । मुखबिर से मिली सूचना और अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर शनिवार शाम को जब पुलिस हेमेंद्र के घर पहुंची तो बच्चा उसकी मां की गोद में खेलता हुआ मिला। उसकी पत्नी भी पास में बैठी थी। पुलिसकर्मियों ने बच्चे को कब्जे में लेकर उसके स्वजनों को सौंप दिया है। हेमेंद्र को गिरफ्तार किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल लांबा ने बताया कि हेमेंद्र भरतपुर जिले नदबई का रहने वाला है। वह मानसरोवर में किराये के मकान में रहता है। वह मजदूरी करता है। बच्चा चोरी करने के बाद से वह घर से बाहर नहीं निकल रहा था । गिरफ्तार के बाद उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि चोरी के बाद पुलिस ने उसका हुलिया जारी किया था। विभिन्न स्थानों पर पोस्टर लगाए गए थे।उत्तरप्रदेश और बिहार पुलिस की टीम भेजी गई थी। हुलिये के आधार पर पुलिस को हेमेंद्र के बारे में पता चला । उसके साथियों से मोबाइल नंबर लिए गए । मोबाइल पर फोन किया तो उसने गांव में होना बताया । लेकिन पुलिस ने उसके मोबाइल की लोकेशन जांची तो वह जयपुर के मानसरोवर इलाके की आई। इस पर शनिवार शाम को पुलिस ने उसके घर दबिश देकर बच्चे को बरामद कर लिया। हेमेंद्र और उसकी मां ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि घर में बेटा नहीं होने के कारण उन्होंने बच्चा चोरी करने की योजना बनाई थी।
59 हजार रुपये बदमाशों ने अपने खाते में करवा लिए ट्रांसफर
राजस्थान की राजधानी जयपुर में शनिवार को एक युवक का अपहरण कर लिया गया। अपहरण करने के बाद युवक से मारपीट की गई। युवक को जान से मारने की धमकी देकर उसके स्वजनों से 59 हजार रुपये बदमाशों ने अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। अपह्त युवक के स्वजनों ने शिवदासपुरा थाना पुलिस को इस बारे में सूचना दी। इस पर पुलिस ने बदमाशों के उस मोबाइल फोन की लोकेशन जांची, जिससे उन्होंने अपह्त युवक के स्वजनों को फोन किया था। लोकेशन शिवदासपुरा इलाके की ही मिली। इस पर पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर युवक को सुरक्षित छ़ुड़वा लिया। पुलिस उपायुक्त योगेश गोयल ने बताया कि अपहरण करने के मामले में मुरारी (21) लोकेश (25) अशोक गुर्जर (20) और शिवराज गुर्जर (20) को गिरफ्तार किया गया है। बदमाशों ने 25 वर्षीय युवक मस्तराम का अपहरण किया था । मस्तराम के भाई राजेश कुमार मीणा ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके भाई का चार बदमाशों ने अपहरण किया है। अपहरण करने के बाद चारों बदमाशों ने उन्हे फोन कर रुपयों की मांग की । मस्तराम की जान को खतरा देख उसके स्वजनों ने खुद के पास 59 हजार रुपये ही होने की बात कही। बदमाशों ने पहले यही रकम उनके खाते में ट्रांसफर करने की बात कही। इस पर स्वजनों ने यह रकम उनके खाते में ट्रांसफर कर दी थी । लेकिन फिर भी बदमाशों ने मस्तराम को नहीं छोड़ा तो राजेश ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।