Lockdown: सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र से राजस्थान के लिए और गेहूं मांगा
Lockdown. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से और गेहूं जारी करने का अनुरोध किया है ताकि कोई भी इस संकट के दौरान भूखा न सोए।
जयपुर, प्रेट्र। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को लॉकडाउन के दौरान लोगों की राशन की बढ़ती मांग को देखते हुए केंद्र से राज्य को अधिक गेहूं जारी करने के लिए कहा है। उनके मुताबिक, भारतीय खाद्य निगम गेहूं के भंडार से भरा है। लॉकडाउन के दौरान राशन की मांग बढ़ गई है, क्योंकि बड़ी संख्या में परिवार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित किए जाने वाले गेहूं ले रहे हैं। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से और गेहूं जारी करने का अनुरोध किया है, ताकि कोई भी इस संकट के दौरान भूखा न सोए।
गहलोत ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के भंडार गेहूं के भंडार से भरे हैं और नई फसल भी तैयार है। इस स्थिति में मुझे केंद्र सरकार से सकारात्मक निर्णय की उम्मीद है और जल्द ही राज्यों को राशन के लिए अधिक गेहूं जारी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार तब तक वंचितों को हर संभव मदद देगी, जब तक अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं आती। हालांकि, उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में केंद्र सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि निराश्रित और जो किसी भी सामाजिक सुरक्षा योजना से आच्छादित नहीं हैं, राज्य सरकार उनकी मदद करेगी।
हम समझते हैं कि मध्यम वर्ग के सामने आने वाली समस्याएं अलग हैं और निम्न मध्यम वर्ग की समस्याएं अलग प्रकृति की हैं। राज्य सरकार सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में केंद्र सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण है।
गहलोत ने कहा कि कई राज्यों ने केंद्र सरकार को कई पत्र लिखकर राहत पैकेज की मांग की है।
उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार इस पर काम कर रही होगी और राज्यों को वित्तीय सहायता की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
इस बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र के पालगढ़ में तीन व्यक्तियों की हत्या की निंदा की। गहलोत ने ट्वीट कर मुंबई के पास पालगढ़ में दो साधुओं सहित तीन लोगों की भीड़ द्वारा की गई हत्या की निंदा की। उनके मुताबिक, एक सभ्य समाज में इस तरह की भीड़ हिंसा और क्रूरता के लिए कोई जगह नहीं है और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।