Adarsh Society Scam: 28 राज्यों के 20 लाख निवेशकों से 14 हजार करोड़ की ठगी Jaipur News
Adarsh Society Scam. फर्जी कंपनी बनाकर 20 लाख निवेशकों से 14 हजार 800 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी घोटाला मामले में राजस्थान एसओजी ने कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है। जयपुर महानगर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में एसओजी ने माना है कि सोसायटी के पदाधिकारियों ने देश के 28 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों के निवेशकों को धोखा देकर 14 हजार 800 करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
26 हजार पेज की चार्जशीट में एसओजी ने माना कि सोसायटी की देशभर में 806 शाखाएं खोलकर एजेंटों के माध्यम से निवेशकों से पहले तो पैसा जमा किया गया और फिर अपने रिश्तेदारों के नाम से 187 फर्जी कंपनियां बनाकर रकम आपस में लोन देने के बहाने बांट ली। इन कंपनियों में गुरुग्राम की एक फर्म के नाम पतों पर ही 125 कंपनियां बना ली गईं। सोसायटी मूल रकम के ब्याज की राशि को भी अपने खाता धारकों में बांटने के बजाय फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आपस में हड़प ली। सोसायटी में घोटाले को अंजाम देने वाले राजस्थान के सिरोही निवासी वीरेंद्र मोदी और मुकेश मोदी ने प्रदेश में 309 शाखाएं खोलकर 20 लाख सदस्य बनाए।
इस तरह बनाई फर्जी कंपनी
सोसायटी के पूर्व चेयरमैन वीरेंद्र मोदी की बेटी प्रियंका और दामाद वैष्णव लोढ़ा के नाम से कागजों में एक फर्जी कंपनी बना ली गई। इसके बाद इस कंपनी को सलाह देने के नाम पर 750 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया। नोटबंदी के दौरान सोसायटी ने पुराने नोटों को बदलने के नाम पर सवा दो सौ करोड़ रुपये का घोटाला किया था। एसओजी ने चार्जशीट में बताया कि सोसायटी के पूर्व चेयरमैन सिरोही निवासी विरेन्द्र मोदी, अहमदाबाद निवासी समीर मोदी, मुंबई निवासी वैभव लोढ़ा सहित 11 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। सोसायटी के संस्थापक मुकेश मोदी सहित 3 के खिलाफ जांच लंबित रखी गई है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान एसओजी को सोसायटी के फर्जीवाड़े की शिकायत पिछले साल अगस्त माह में मिली थी। शिकायत में कहा गया था कि सोसायटी के संस्थापक मुकेश मोदी के परिवार ने लाखों निवेशकों से पैसा जमा करवाने के बाद उन्हे वापस नहीं किया। निवेशकों को ना तो ब्याज दिया गया और ना ही मांगने पर लोन दिया गया। एसओजी ने जांच की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए और आरोपितों के खिलाफ धारा 406, 409, 420, 467, 468, 471, 477ए और 120 बी आईपीसी में जयपुर मे मुकदमा दर्ज किया।
जांच में सामने आया कि सोसायटी के मोदी परिवार ने अपने परिजनों व मित्रों के नाम पर 187 लोन खातों में 20 लाख निवेशकों से प्राप्त राशि का 99 फीसद निवेश शैल कंपनी को अवैध तरीके से सदस्य बनाकर गलत ढंग से लोन दिया गया। कंपनी के सिरोही के अलावा जयपुर, अहमदाबाद, गुरुग्राम, दिल्ली, मुंबई सहित देश के कई बड़े शहरों में कार्यालय खुले हुए हैं। आयकर विभाग ने जयपुर स्थित सोसायटी के पदाधिकारियों की संपति को अटेच किया है।