Rajasthan: दरगाह शरीफ में वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी को किया प्रतिबंधित
Rajasthan अजमेर दरगाह शरीफ में बढ़ती फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी को रोकने के लिए मोबाइल व कैमरे के जरिये होने वाली फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध लगाया है। आमजन में इसकी जानकारी के लिए दरगाह शरीफ में बैनर लगाए जाएंगे। साथ ही माइक के जरिये अपील की जाएगी।
अजमेर, संवाद सूत्र। सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की प्रबंध समिति दरगाह कमेटी द्वारा 14 जनवरी को बड़ा निर्णय लिया गया। दरगाह शरीफ में बढ़ती फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी को रोकने के लिए मोबाइल व कैमरे के जरिये होने वाली फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध लगाया है। दरगाह कमेटी अध्यक्ष अमीन पठान ने बताया कि पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर कई मोबाइल उपभोक्ता दरगाह शरीफ में वीडियो और फोटो खिंचवा कर वायरल करते हैं। अपने शौक, प्रसिद्धि को लेकर बनाए गए इन वीडियों व तस्वीरों के जरीये दरगाह शरीफ की प्रतिष्ठा, आदर, सम्मान और व्यवस्था को अघात पहुंचता है। इन्हीं विषयों को देखते हुए दरगाह कमेटी ने इसे प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है। आमजन में इसकी जानकारी के लिए दरगाह शरीफ में बैनर लगाए जाएंगे। साथ ही, माइक के जरिये अपील की जाएगी।
अंजुमन से पत्र लिख सहयोग की अपील
दरगाह कमेटी द्वारा बढ़ते वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के तरीके को रोकने के लिए दरगाह शरीफ से संबंधित हर दो अंजुमन से सचिव को पत्र लिख कर भी सहयोग का अनुरोध किया गया है।
युवती ने मांगी माफी
शाहजहांनी मस्जिद में जिम्नास्टिक स्टेप के वायरल वीडियों से चर्चा में आई युवती ने ई-मेल के जरिये माफी मांगी है। अपने क्षमायाचना पत्र में युवती ने ख्वाजा गरीब नवाज के प्रति अपनी गहरी आस्था और आदर का उल्लेख करते हुए किसी भी जाति, धर्म या समुदाय को आघात नहीं पहुंचाने का उल्लेख किया है। इसके साथ ही उक्त वीडियो को अपने सोशल मीडिया एकाउंट से हटाने की बात कही है। युवती द्वारा प्राप्त ई-मेल पर दरगाह कमेटी चेयरमैन अमीन पठान ने भी युवती को माफ करने का निर्णय और साथ ही हिदायत दी कि वह भविष्य में आदर व सम्मान वाले किसी भी स्थान पर इस तरह से कोई वीडियो या फोटोग्राफी नहीं करवाए।
जानें, क्या है मामला
अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह स्थित शाहजहानी मस्जिद पर कव्वाली की धुन पर थिरकती (जिमनास्टिक करती) एक युवती के खिलाफ दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है। मोहम्मद आदिल ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि इससे दरगाह की प्रतिष्ठा व आस्था को ठेस पहुंची है। युवती के उक्त कृत्य से आमजन में नाराजगी है। दरगाह कमेटी इस घटना की निंदा करती है। सहायक नाजिम ने लिखा कि यह धार्मिक भावनाओं को भड़काने और दरगाह की प्रतिष्ठा व गरिमा को ठेस पहुंचाने का कृत्य ही। कमेटी सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल करने और उक्त अकाउंट संचालन करने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करती है।
जताया एतराज
ख्वाजा की दरगाह में एक युवती ने वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कर सोशल मीडिया पर वायरल की है। इसी तरह का एक वीडियो गुरुवार को भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें एक युवती शाहजहानी मस्जिद में जिमनास्टिक करती दिख रही है। इस संबंध में सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल ने दरगाह थाने में शिकायत दी। पुलिस मामले में परिवाद दर्ज कर अनुसंधान कर रही है। सोशल मीडिया पर बने मीशा आफिशियल अकाउंट से उक्त वीडियो वायरल होने के बाद खादिमों ने इस पर एतराज जताया। खादिम हिसामुद्दीन चिश्ती ने इस संबंध में दरगाह नाजिम को पत्र लिख कर शिकायत की। उन्होंने इसे गुंबद और मस्जिद की बेहुरमति बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। देर रात दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान के निर्देश पर सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल ने दरगाह थाने में शिकायत भेजी। इसमें लिखा गया कि 15 सेकेंड के वीडियो में काले कपड़े पहने एक महिला जामा मस्जिद के शाही घाट वाली तरफ से आस्ताना शरीफ को देखते हुए कव्वाली की धुन पर जिमनास्टिक करती दिख रही है। उक्त वीडियो में गुंबद शरीफ़ की तरफ पांव को बताया गया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर साइबर सेल को अनुसंधान के लिए भेज दिया है। पुलिस आगे जांच कर रही है।