Rajasthan : विधायकों के एकत्र होने को कोविड-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन बताया, कोर्ट में याचिका पेश
जयपुर महानगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें कहा गया है कि सत्तारूढ़ दल कांग्रेस गठबंधन के 104 विधायक कोविड़-19 के तय मानदंड़ों को तोड़ रहे हैं ।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में जारी सियासी संग्राम के बीच जयपुर महानगर मजिस्ट्रेट कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें कहा गया है कि सत्तारूढ़ दल कांग्रेस गठबंधन के 104 विधायक कोविड़-19 के तय मानदंड़ों को तोड़ रहे हैं ।
एडवोकेट ओमप्रकाश की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि 13 जुलाई से लेकर आज तक 300 से 500 लोग मुख्यमंत्री निवास और दिल्ली रोड़ स्थित फेयरमाउंट होटल में एकत्रित हो रहे हैं। यह कोविड़-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन है।
याचिका में चिकित्सा सचिव व जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को पक्षकार बनाया गया है। याचिका में कहा गया कि विभिन्न टीवी चैनलों में विधायकों को लूडो, फुटबॉल सहित अन्य खेल खेलते हुए दिखाया गया है, यह सामाजिक सुरक्षा के नियमों का अवहेलना है ।
याचिका में भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269, 279, 271 और 505 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज करने का आग्रह किया गया है। याचिका के साथ 104 विधायकों की सूची भी पेश की गई है। अब कोर्ट सोमवार को इस मामले की सुनवाई कर सकता है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान की सियासी सरगर्मी की आंच दिल्ली तक पहुंच गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से फोन टैपिंग मामले पर रिपोर्ट तलब कर ली है। गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव से कहा है कि गहलोत सरकार के खिलाफ कथित साजिश के सिलसिले में दो ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर रिपोर्ट सौंपी जाए। राजस्थान पुलिस के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने गहलोत सरकार के खिलाफ साजिश रचे जाने को लेकर दो ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने कहा है कि कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत के आधार पर ब्यूरो ने मामला दर्ज किया है। एफआइआर में कांग्रेस के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा और गजेंद्र सिंह तथा एक तीसरे व्यक्ति संजय जैन के बीच बातचीत का विवरण है। कांग्रेस का दावा है कि ये केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह हैं। भाजपा नेता अशोक सिंह और भारत मलानी ने फोन टैपिंग मामले की जांच के लिए अपनी आवाज के नमूने देने से इनकार कर दिया है।