Akshaya Tritiya: भाई ने ईमेल किया तो रुका बाल विवाह
Akshaya Tritiya. राजस्थान में भाई ने ईमेल कर अपनी नाबालिग बहन का बाल विवाह रुकवा दिया।
जयपुर, राज्य ब्यूरो। Akshaya Tritiya. राजस्थान में अक्षय तृतीया पर बाल विवाह की परंपरा पर इस बार कोरोना के चलते काफी हद तक रोक लगी, लेकिन गुपचुप तरीके से ग्रामीण इलाकों में बाल विवाह के प्रयास जारी रहे। इस बीच, एक भाई ने ईमेल कर अपनी नाबालिग बहन का बाल विवाह रुकवा दिया।
राजस्थान उच्च न्यायालय विधिक सेवा प्राधिकरण को शनिवार को एक ईमेल मिला था। इसमें कहा कि करौली में उसकी नाबालिग बहन की शादी जबरन करवाई जा रही है। प्राधिकरण ने जिला कलेक्टर करौली और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से परिजनों को समझाया और शादी नहीं करने के लिए पाबंद किया। प्राधिकरण के सचिव एके जैन ने बताया कि करौली जिले की हिंडौन तहसील में दो लड़कियों का विवाह आगामी सात मई को होने जा रहा था।
लड़की के भाई की ओर से एक ईमेल के जरिए यह सूचना आई थी। प्रशासन को सूचित किया गया तो पाया गया कि वहां एक परिवार में एक 21 वर्ष के युवक और कक्षा दस की साढ़े सोलह साल की छात्रा का विवाह सात मई कोे कराए जाने की तैयारी थी। हमने करौली कलेक्टर और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के जरिए परिजनों की समझाइश कर बाल विवाह रुकवाया गया।
अब तक छह शिकायतें, पिछली बार थी 350
जैन ने बताया कि इस बार कोरोना संकट के चलते बाल विवाह की शिकायते और सूचनाएं काफी कम हैं। उन्होंने बताया कि अब तक हमारे पास पाली, सवाई माधोपुर, भरतपुर आदि जिलों से सिर्फ छह सूचनाएं आई थी जिन पर कार्रवाई करते हुए विवाह रुकवाए गए है, जबकि पिछले वर्ष हमने 350 बाल विवाह रुकवाए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट नहीं होता तो इस बार भी यह संख्या काफी ज्यादा हो सकती थी।
उन्होंने बताया कि अभी भी आशंका टली नहीं है, क्योंकि ये विवाह अक्षय तृतीया से पीपल पूर्णिमा तक होते है। पीपल पूर्णिमा सात मई को है और तब यदि लाॅकडाउन खुल गया तो ये विवाह होने की आशंका है। इसके चलते हमने अपने कार्यकर्ताओं के नेटवर्क को पूरी तरह सक्रिय किया हुआ है और जुलाई तक की कार्ययोजना भी बनाई हुई है। उन्होंने बताया कि हमने बाल विवाह की शिकायतों के लिए अलग हेल्पलाइन भी बनाई हुई है।