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Rajasthan Politics: कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय ना होने पर विस अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलेगी भाजपा

Rajasthan Politics राजस्थान में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने दो महीने बाद भी निर्णय नहीं किया है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। जोशी के राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पर भी भाजपा को आपत्ति है।

By Jagran NewsEdited By: Sachin Kumar MishraPublished: Sun, 27 Nov 2022 09:34 PM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 09:34 PM (IST)
Rajasthan Politics: कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय ना होने पर विस अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलेगी भाजपा
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों पर निर्णय नहीं होने पर विस अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलेगी भाजपा। फाइल फोटो

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। Rajasthan Politics: राजस्थान में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) ने दो महीने बाद भी निर्णय नहीं किया है। अब भाजपा इस मुद्दे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। जोशी के महाराष्ट्र में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पर भी भाजपा को आपत्ति है।

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भाजपा ने कही ये बात

भाजपा का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को किसी राजनीतिक यात्रा में शामिल नहीं होना चाहिए। विधानसभा में अध्यक्ष बनने वाला नेता पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा देता है। ऐसे में जोशी ने राहुल की यात्रा में शामिल होकर पद की गरिमा को नुकसान पहुंचाया है। विधायकों के इस्तीफों और जोशी के राहुल की यात्रा में शामिल होने के मुद्दे को लेकर भाजपा आगामी दिनों में राज्यपाल और राष्ट्रपति तक जाएगी।

जानें, सतीश पूनिया ने क्या कहा

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि दो महीने बाद भी इस्तीफों पर निर्णय नहीं करना यह दिखाता है कि जोशी कांग्रेस नेतृत्व और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिशा-निर्देश पर काम कर रहे हैं। उन्हें निष्पक्ष होकर निर्णय करना चाहिए, लेकिन वे खुद पार्टी बन रहे हैं।

जानें, क्या है मामला

25 सितंबर, 2022 को कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अजय माकन पर्यवेक्षक के रूप में आए थे। बैठक में सीएम सहित सभी निर्णय सोनिया पर छोड़े जाने को लेकर एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित होना था, लेकिन गहलोत समर्थक 90 विधायक इस बैठक में नहीं पहुंचे थे। 90 विधायकों ने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के आवास पर बैठक की और फिर विधानसभा अध्यक्ष के पास जाकर इस्तीफे सौंपे थे। भाजपा का कहना है कि इस प्रकरण को 62 दिन हो गए, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने अब तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं किया है। जोशी कांग्रेस आलाकमान और गहलोत के इशारे पर काम कर रहे हैं।

राजेंद्र राठौड़ ने यह कहा

विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने विधायकों के व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर इस्तीफे सौंपे थे। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 208 के तहत बने राजस्थान विधानसभा प्रक्रियाओं के नियमों के नियम 173(2) के तहत स्वेच्छा से दिए विधायकों के त्याग पत्र स्वीकार करने की मांग की है। राठौड़ ने कहा कि आज तक यह परंपरा नहीं रही कि विधानसभा अध्यक्ष किसी राजनीतिक पार्टी की रैली, पदयात्रा या कार्यक्रम में शामिल हो, लेकिन जोशी ने राहुल की पदयात्रा में शामिल होकर संवैधानिक पद की परंपरा का नुकसान किया है। इस मामले में जोशी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे बात करने के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।

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