Rajasthan: राजेंद्र चावला की हत्या करने वाले दोनों शूटरों ने 10 दिन तक नहीं बदले थे कपड़े
Rajasthan राजेंद्र चावला हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए शूटर रामदया व धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया कि इ-5 इंफ्रांस्ट्रक्चर कंपनी के मालिक करणदीप श्योराण चावला की हत्या कर एनएचएआइ व कंसल्टेंट कंपनी के अधिकारियों में दहशत फैलाना चाहता था जिससे भविष्य में किसी प्रोजेक्ट में कोई समस्या नहीं करे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की कंसल्टेंट एजेंसी के सलाहकार राजेंद्र चावला की जयपुर में की गई हत्या के मामले में प्रतिदिन नए खुलासे हो रहे हैं। गिरफ्तार किए गए शूटर रामदया और धर्मेंद्र से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में इन दोनों ने बताया कि इ-5 इंफ्रांस्ट्रक्चर कंपनी के मालिक करणदीप श्योराण चावला की हत्या कर एनएचएआइ और कंसल्टेंट कंपनी के अधिकारियों में दहशत फैलाना चाहता था, जिससे भविष्य में उसके किसी प्रोजेक्ट में कोई समस्या पैदा नहीं करे। दोनों शूटर ने बताया कि जयपुर के वैशाली नगर में एनएचएआइ आफिस के बाहर चावला की हत्या करने के बाद वह हरिद्वार गए थे।
उन्होंने अपने हथियार हरियाणा के पानीपत जिले में स्थित अपने गांव ऊरलाना कलां में छिपाए और फिर हरिद्वार चले गए। वहां पूजा-अर्चना करने के साथ ही एक सप्ताह तक फरारी काटी थी। इस दौरान दोनों ने मोबाइल फोन बंद कर लिए थे। उन्होंने दस दिन तक कपड़े भी नहीं बदले थे। दूसरे कपड़े थे नहीं और बाजार से खरीदने पर किसी दुकान पर लगे कैमरे में फोटो आने का भय था। पुलिस धर्मेंद्र और रामदया से लगातार पूछताछ में जुटी है।उल्लेखनीय है कि पुलिस ने इस मामले में करणदीप के साथ ही उसकी कंपनी के कर्मचारियों नवीन, विकास और अमित को पुलिस ने घटना के पांच दिन के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया था। करणदीप इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता है।
जानें, क्या है मामला
23 अगस्त को चावला जयपुर में एक मीटिंग में शामिल होने आए थे। यहां एनएचएआइ के कार्यालय के बाहर चावला की हत्या की गई। इ 5 इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक करणदीप श्योराण के कहने से चावला की हत्या करवाई गई थी। छह हजार करोड़ के टर्नओवर वाली करणदीप की कंपनी एनएचएआइ का काम करती थी। इसी के तहत जयपुर-गुरुग्राम हाइवे पर 35 करोड़ रुपये में बनने थे। इसका ठेका करणीदप की कंपनी को मिला था, लेकिन वह समय पर काम पूरा नहीं कर सका। इस पर चावला ने साढ़े तीन करोड़ की पेनाल्टी कंपनी पर लगा दी थी। करणीप ने काम पूरा करने के लिए कुछ और समय मांगा, लेकिन चावला इसके लिए तैयार नहीं थे। इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद भी हुआ था। नाराज करणदीप ने दोनों शूटरों को चावला की हत्या के लिए 15 लाख रुपये में सुपारी दी थी। उन्होंने चावला की जयपुर में 26 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्हें रिवाल्वर भी करणदीप ने ही उपलब्ध कराई थी।