राजस्थान में प्लास्टिक से बने राष्ट्रीय ध्वज पर लगी रोक, दिये गये ये खास निर्देश
राजस्थान में प्लास्टिक से बने राष्ट्रीय ध्वज पर रोक लगा दी गयी है इसके स्थान पर कागज के बने झंडों का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
जयपुर, राज्य ब्यूरो। राजस्थान सरकार ने राज्य में प्लास्टिक से बने राष्ट्रीय ध्वज का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों, सांस्कृतिक एवं खेल आयोजनों के दौरान राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा और सम्मान बनाए रखने के लिए इससे संबंधित नियमों की सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये हैं।
राजस्थान के सामान्य प्रशासन विभाग के विशिष्ट शासन सचिव डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्लास्टिक के स्थान पर कागज के बने झंडों का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पर्वों के समय आम जन द्वारा प्लास्टिक से बने हुए ध्वज भी बहुतायत में काम में लिए जाते हैं। ये बायोडीग्रेडेबल नहीं होने के कारण लम्बे समय तक नष्ट नहीं होते हैं। इसीलिए प्लास्टिक से बने ध्वजों का यथोचित निपटान नहीं हो पाता। यह एक व्यवहारिक समस्या है। इसी को देखते हुए कागज के बने झंडों के प्रयोग को बढ़ावा देने तथा कार्यक्रम के बाद झंडों को यहां-वहां जमीन पर ना डालने के लिए आम जन को जागरुक किये जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं।
इसके साथ ही पुलिस महानिदेशक सहित सभी संभागीय आयुक्तों, जिला कलक्टरों, विभागाध्यक्षों, मण्डल एवं आयोगों को निर्देशित किया गया है कि राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन से संबंधित नियम कानून और परंपराओं का पालन हर हाल में किया जाये।
इस सम्बन्ध में झंडा संहिता-2002 तथा राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम-1971 के उपबंधों कााकड़ाई से पालना सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही राष्ट्रीय ध्वज के प्रति मान सम्मान बनाए रखने के लिए आमजन को इससे संबंधित नियमों की जानकारी देने के लिए जनजागरुकता लाने के लिए भी कहा गया है।
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