Rajasthan Politics: अशोक गहलोत ने साफ किया अध्यक्ष बनकर भी CM पद नहीं छोडूंगा
अशोक गहलोत ने कहा सीएम रहते हुए कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो यहां एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू नहीं होता है। यह सिद्धांत तब लागू होता है जब आलाकमान किसी को पद पर नियुक्त करता है। लेकिन मैं तो सोनिया व राहुल गांधी के निर्देश पर चुनाव लडूंगा।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार सुबह अपने विश्वस्तों से साफ कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो भी वह सीएम पद संभालते रहेंगे। अध्यक्ष पद के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करेंगे, लेकिन प्रदेश की सरकार पूरी तरह से अपने हाथ में रखेंगे। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के लिए रवाना होने से पहले गहलोत ने अपने विश्वस्त मंत्रियों व विधायकों से कहा, सीएम रहते हुए कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो यहां एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू नहीं होता है। यह सिद्धांत तब लागू होता है जब आलाकमान किसी को पद पर नियुक्त करता है। लेकिन मैं तो सोनिया व राहुल गांधी के निर्देश पर चुनाव लडूंगा।
चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनुंगा
गहलोत ने कहा चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनुंगा और सीएम विधायकों के बहुमत से बना हूं। इस कारण दोनों पदों पर रह सकता हूं। गहलोत के एक विश्वस्त मंत्री ने बताया कि जरूरत पड़ने पर कांग्रेस विधायक और सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक दिल्ली जाकर आलाकमान से आग्रह कर सकते हैं कि उन्हें दोनों पदों पर रखा जाए, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव सही तरीके से लड़ा जा सके एवं गुटबाजी नहीं हो।
इस बीच गहलोत ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा, मैं जिम्मेदारी निभाता रहूंगा। पार्टी ने मुझे सबकुछ दिया है। 50 साल से पदों पर हूं। गांधी परिवार और कांग्रेसजनों का विश्वास मेरे साथ है। मेरा बस चले तो मैं किसी पद पर रहूं ही नहीं।
उधर मंगलवार को गहलोत से मिलकर दिल्ली पहुंचे महासचिव मुकुल वासनिक ने बुधवार सुबह दिल्ली में सोनिया से मुलाकात की। सोमवार को राहुल के विश्वस्त महासचिव जितेंद्र सिंह गहलोत से मिले थे
पायलट खेमे में बढ़ रही विधायकों की संख्या
गहलोत के अध्यक्ष पद संभालने का रास्ता लगभग साफ नजर आ रहा है। ऐसे में एक तरफ जहां पायलट समर्थक विधायक सक्रिय हुए हैं। वहीं अब तक गहलोत के साथ रहे कुछ विधायकों ने पिछले दो दिन में पायलट से फोन पर बात की या फिर उनके खास नेताओं से मुलाकात की है। दानिश अबरार, गिर्राज सिंह मलिंगा, बाबूलाल बैरवा जैसे विधायक अब पायलट खेमे की तरफ हाथ बढ़ा रहे हैं। इन विधायकों को लगता है कि सोनिया और राहुल चुनाव से पहले पायलट को सीएम बनाने का निर्णय कर सकते हैं। सत्रों के अनुसार पायलट खुद सीएम पद को लेकर आश्वस्त हैं।
गहलोत का विधायकों को संदेश
गहलोत ने अधिकारियों को बजट की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से विधायकों की मांगों की जानकारी लेकर उन्हे देने के लिए कहा है। सूत्रों के अनुसार गहलोत ने विधायकों को प्री बजट लाने के संकेत दिए हैं। उन्होंने विधायकों से कहा, आप लोगों की जो मांगे होगी उन्हे पूरी करने की कोशिश करूंगा। गहलोत के इस संदेश से लगता है कि वे फरवरी से पहले पद छोड़ने के मूड में नहीं है।