Rajasthan: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 19 नये जिले बनाने की घोषणा का उन्हीं के मंत्रियों ने किया विरोध
करीब आठ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने के लिहाज से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों 19 नये जिले बनाने की घोषणा की है। जयपुर को दो जिलों उत्तर और दक्षिण में बांटने की घोषणा की गई।
जयपुर, जागरण संवाददाता। करीब आठ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने के लिहाज से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों 19 नये जिले बनाने की घोषणा की है। जयपुर को दो जिलों उत्तर और दक्षिण में बांटने की घोषणा की गई।
कांग्रेस और भाजपा के नेता के बीच विरोध
सीएम की इस घोषणा का आम नागरिकों के साथ सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और भाजपा के नेता भी विरोध कर रहे हैं। अब गहलोत सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास जयपुर शहर को बांटकर दो जिले बनाने के फैसले के विरोध में उतर गए हैं। खाचरियावास ने कहा, गुलाबी नगर के नाम से दुनिया में प्रसिद्ध जयपुर को दो टुकड़ों में नहीं बांटना चाहिए। मुझे यह पसंद नहीं है। जयपुर की जनता भी इसका विरोध कर रही है। जयपुर की अपनी विरासत है।
सीएम की घोषणा का विरोध
शहर से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई है। खाचरियावास ने कहा, सीएम ने तो अभी घोषणा की है, यह तय थोड़ी ना किया है। तय तो जयपुर के नागरिकों को करना है। जयपुर को दो भागों में बांटकर अलग-अलग जिले बनाने की सीएम की घोषणा का विरोध कर रहे लोगों का समर्थन करते हुए खाचरियावास ने कहा कि मैं पूरी तरह से आम नागरिकों की सोच के साथ हूं।
19 नये जिले बनाने की घोषणा
उल्लेखनीय है कि गहलोत ने पिछले दिनों विनियोग विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए 19 नये जिले बनाने की घोषणा की थी। इनमें मौजूदा जयपुर शहर को दो भागों में बांटने की बात कही थी। सीएम की घोषणा थी कि अब जयपुर उत्तर और दक्षिण दो जिले होंगे । साथ ही उन्होंने दूदू, कोटपुतली-बहरोड़, डीडवाना,खैरथल, जोधपुर पूर्व और पश्चिम, फलौदी, बालोतरा, केकड़ी, ब्यावर, गंगापुर सिटी, नीम का थाना, अनूपगढ़, सलुंबर, शाहपुरा, डीग एवं सांचोर शामिल है। उधर जिले बनने से वंचित रहे कई क्षेत्रों में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं।