पाइपलाइन से डीजल चोरी का मुख्य आरोपित गिरफ्तार, कई राज्यों में दर्ज हैं केस
arrested in Diesel theft. पुलिस ने पाइपलाइन से डीजल चोरी के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
जयपुर, जेएनएन। जयपुर के पास चैमूं के निकट पाइप लाइन से डीजल चोरी के इस वर्ष जून में सामने आए मामले में पुलिस ने इस गैंग के मुख्य अभियुक्त सरदार स्वर्ण सिंह को दिल्ली से गिरफतार कर लिया है। स्वर्ण सिंह किसी समय ट्रकों से डीजल चोरी किया करता था और बाद में देश के अलग-अलग हिस्सों में पाइपलाइन से डीजल चोरी की गैंग बना ली। इसके खिलाफ हरियाणा, पंजाब दिल्ली और राजस्थान में डीजल चोरी के नौ मामले दर्ज हैं।
इस वर्ष जून में जयपुर के पास स्थित चैमूं में पुलिस ने नाकाबंदी कर डीजल चोरी कर ले जाने वाले एक टैंपो को पकड़ा था। मामले की जांच में सामने आया कि यह बहुत बड़ा गैंग है, जिसने जयपुर की कम बसी हुई काॅलोनी बालाजी विहार के पास से गुजर रही हिंदुस्तान पेट्रोलियम की डीजल पाइपलाइन में सेंधमारी कर लाखों रुपये का डीजल चोरी किया है। इस मामले में पुलिस अब तक 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन मुख्य सरगना पुलिस की पकड़ से दूर था।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम विकास कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों से की गई पूछताछ में सरगना के रूप में सरदार स्वर्ण सिंह का नाम सामने आया था। स्वर्ण सिंह भूमिगत हो गया था और मोबाइल बंद कर दिल्ली में बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से इसकी लगातार माॅनिटरिंग की और हाल में तीन दिन तक लगातार पीछा करते हुए इसे दिल्ली से ही गिरफ्तार कर लिया।
विकास कुमार ने बताया कि स्वर्ण सिंह ट्रक चालक था और मालिक की नजरें बचा कर ट्रक का डीजल चोरी किया करता था। धीरे-धीरे इसका इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों से संपर्क बढ़ा और डीजल पाइपलाइन में सेंधमारी कर चोरी करने लगा। यह 1992 में ऐसे ही एक मामले में तिहाड़ जेल में भी रहा। बाद में इस खेल का मास्टरमाइंड बन गया। इसके खिलाफ हरियाणा में दो, दिल्ली में दो, पंजाब में एक और जयपुर में डीजल चोरी के चार मामले दर्ज हैं। यह गैंग सुनसान इलाके से गुजर रही डीजल पाइपलाइन चिन्हित कर वहां से 15-20 मीटर दूर एक मकान किराए पर लेते। पाइपलाइन में सेंध लगाते और मकान तक जमीन में सुरंग खोद कर पाइपलाइन बिछा कर चोरी करते थे। विकास कुमार ने बताया कि अभियुक्त से आगे और पूछताछ की जाएगी।