Rajasthan : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बीस हजार की रिश्वत लेते दो बैंककर्मी को किया गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को हाउसिंग लोन की मंजूरी की एवज में बीस हजार की रिश्वत लेते इलाहाबाद बैंक के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।
उदयपुर, जेएनएन। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को हाउसिंग लोन की मंजूरी की एवज में बीस हजार की रिश्वत लेते इलाहाबाद बैंक के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो सूत्रों ने बताया कि गोवद्र्धनविलास निवासी महिपाल राव ने राजस्थान आवासन मंडल की नीलामी में एक फ्लैट खरीदा था। जिसके लिए उसने इलाहाबाद बैंक से 17 लाख 50 हजार के ऋण के लिए आवेदन किया। जिस पर बैंक के ऋण सेक्शन में सेवारत कर्मचारी भुवाणा निवासी धर्मेन्द्र वर्मा तथा मोतीमगरी स्कीम निवासी सहयोगी सुरेश खटीक ने सत्तर हजार रिश्वत की मांग की। बाद में वे पैंतालीस हजार लेने पर सहमत हो गए।
बुधवार को पहली किश्त के दौर पर बीस हजार रुपए दिए जाने थे। जैसे ही बैंक कर्मी धर्मेंद वर्मा के कहने पर सहयोगी सुरेश खटीक ने रिश्वत के बीस हजार लिए तो उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
चोरी हुए 39 मोबाइल फोन बरामद
पुलिस ने राजस्थान के दौसा से चोरी किए 39 मोबाइल फोन बरामद कर दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित उन फोन को यहां बेचने की फिराक में थे। राजस्थान के दौसा में बालाजी मोबाइल प्वाइंट नाम की दुकान में 22 जनवरी को चोरी हुई थी। चोर दुकान का शटर तोड़कर अंदर घुसे थे और 43 मोबाइल फोन चोरी कर लिए थे। घटना के बाद से राजस्थान पुलिस चोरी करने वालों की तलाश में थी।
पांच दिन पहले सीओ तृतीय एवं ट्रेनी आइपीएस अभिषेक वर्मा को जानकारी मिली की राजस्थान से चोरी किए मोबाइल फोन बरेली में बेचे जा रहे हैं। इस पर उन्होंने ट्रेनी आइपीएस अभिमन्यु मांगलिक के साथ टीम बनाकर आरोपितों की धरपकड़ की योजना बनाई। टीम ने 24 जनवरी को सेटेलाइट बस स्टैंड से दो युवकों को कुछ मोबाइल फोन के साथ धर दबोचा। तीन दिन तक पूछताछ के बाद 39 मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए।
पकड़े गए आरोपितों ने अपने नाम शाहजहांपुर थाना मीरानपुर कटरा निवासी मो. आरिफ व इमरान बताए। बताया कि उन्हें ये मोबाइल फोन मीरानपुर कटरा निवासी सलीम ने दिए थे। उसने अपने साथी सरदार के साथ दौसा में चोरी की थी। पुलिस फरार चल रहे सरदार और गिरोह के सरगना सलीम की तलाश कर रही है। स्थानीय पुलिस की सूचना पर दौसा पुलिस भी मंगलवार को यहां आई। आरोपितों से लंबी पूछताछ कर लौट गई। दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि इन दोनों आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी है। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान दोनों ने अहम खुलासे किए हैं, मगर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इनके पकड़े जाने से अब शीघ्र ही इस गिरोह के कई अन्य लोग भी गिरफ्तार हो सकते हैं।