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Khap Panchayat: बेटी की दूसरी शादी से खफा पंचों ने पिता को किया समाज से बहिष्कृत

Khap Panchayat बेटी की दूसरी शादी से खफा पंचों ने पिता को समाज से बहिष्कृत कर दिया। घटना राजस्थान के जोधपुर की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 05:06 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 05:06 PM (IST)
Khap Panchayat: बेटी की दूसरी शादी से खफा पंचों ने पिता को किया समाज से बहिष्कृत
Khap Panchayat: बेटी की दूसरी शादी से खफा पंचों ने पिता को किया समाज से बहिष्कृत

जोधपुर, संवाद सूत्र। Khap Panchayat: राजस्थान के जोधपुर में खाप पंचायत के तुगलकी फरमान से जुड़ा एक मामला सामने आया है। यहां देवासी समाज ने एक व्यक्ति का हुक्का-पानी बंद कर उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया और पुनः समाज में शामिल होने के एवज में ग्यारह लाख रुपये की राशि का अर्थदंड लगाया है। दरसअल, पीड़ित की पुत्री ने अपने पहले पति से लगातार चल रही अनबन के कारण दूसरी शादी कर ली थी, जो कि समाज के पंचों को नागवार गुजरी। हद तो तब तो गई, जब पीड़ित की मां के निधन के बाद पंचों ने उसे समाज के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। मामला जोधपुर ग्रामीण के झंवर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। अब पीड़ित ने अदालत की शरण लेकर पंचों के खिलाफ झंवर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

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झंवर थानाधिकारी परमेश्वरी ने बताया कि झंवर निवासी बालाराम देवासी पुत्र मेहराराम ने रिपोर्ट दी है, जिसमें उसने बताया कि उसकी पुत्री के विवाह के बाद से लगातार अपने पति से अनबन चल रही थी। इस कारण उसने दूसरी शादी कर ली। ये बात समाज के पंचों को अखर गई। पंच चूनाराम, हंडताराम, गादडऱाम, कानाराम, गंगाराम, उंकाराम व रेवतराम आदि ने पंचायत कर उसे बुलाया और बेटी के कृत्य के लिए उसे समाज से बहिष्कृत कर हुक्का-पानी बंद करने का फरमान सुनाया। इसके अलावा समाज मे पुनः शामिल होने के लिए 11 लाख रुपये का अर्थ दंड भी लगाया। बीते माह छह अगस्त को बालाराम की मां का निधन हो गया था। उसके क्रियाकर्म और दाह संस्कार के लिए वह अपने कुटुंब के अन्य लोगों के साथ  देवासी समाज के श्मशान घाट गया था, लेकिन पंचों ने पीड़ित को समाज की श्मशान भूमि पर दाह संस्कार भी नहीं करने दिया और प्रताड़ित भी किया।

इसके बाद उसने अन्यत्र अपनी मा का अंतिम संस्कार किया। इसके बाद पीड़ित ने अदालत की शरण ली। पीड़ित बालाराम के अनुसार, वह और उसका परिवार पिछले तीन साल से समाज से बहिष्कृत चल रहा है। झवर थाना पुलिस के अनुसार, बालाराम से जुड़ा ये मामला वर्ष 2017 चल रहा है। इसके बाद पंचों द्वारा मां का समाज की श्मशान भूमि पर दाह संस्कार नहीं करने देने, प्रताड़ित करने और ग्यारह लाख के अर्थदंड लगने से जुड़े मामले में कोर्ट से मिले इस्तगासे पर पुलिस ने पंचों व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ की है। जोधपुर ग्रामीण के झवर थाना पुलिस के सब इंस्पेक्टर जबर सिंह मामले में जांच कर रहे हैं।


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