coronavirus effact: अजमेर का ऐतिहासिक स्थल बंद, दरगाह में जायरीनों की स्क्रीनिंग शुरू
coronavirus effact अजमेर के अंदरकोट स्थित ऐतिहासिक स्थल ढाई दिन का झौपड़ा बंद कर दिया गया है। अब पयर्टक ढाई दिन के झौपडे को नहीं देख सकेंगे।
अजमेर, जेएनएन। राजस्थान के अजमेर में कोरोना वायरस को लेकर सजग व सतर्क जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग, आयुर्वेद विभाग व नगर निगम ने जहां एक ओर लोगों को जागरूक करने के कदम बढ़ाए ह। वहीं भीड़ भाड़ वाले ऐतिहासिक स्थलों को भी पर्यटकों के लिए ऐहतियातन बंद करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को अजमेर के अंदरकोट स्थित ऐतिहासिक स्थल ढाई दिन का झौपड़ा बंद कर दिया गया है। अब पयर्टक ढाई दिन के झौपडे को नहीं देख सकेंगे।
वहीं सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में आने व जाने वाले देश भर के जायरीन की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। चिकित्सा विभाग की टीमों को जायरीन की जांच के लिए लगा दिया है। टीमों ने दरगाह आने व जाने वाले जायरीन की जांच शुरू कर दी है, वहीं कोरोना वायरस को लेकर नगर निगम प्रशासन की ओर से शहर में फोगिंग कराने के लिए टीमें गठित की हैं। निगम प्रशासन ने शहर के 60 वार्डों के लिए 180 कर्मचारियों को दवा के साथ व 3 फोगिंग मशीनों को रवाना किया है।
मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि कोरोना का कहर व मौसमी बीमारियों से शहरवासियों को बचाने के लिए उत्तर व दक्षिण में दो बड़ी व एक छोटी मशीन से सार्वजनिक स्थानों पर फोगिंग करवाई जा रही है। जहां बड़ी मशीनें नहीं जा सकती हैं, वहां के लिए छोटी मशीन से फोगिंग कराई जाएगी, ताकि संक्रमण नहीं फैले। साथ ही सरकार के दिशा निर्देश पर शहर के सभी वार्डों में दवा के साथ कर्मचारियों को रवाना किया है। जिन्हें मास्क व ग्लव्ज भी दिए गए हैं। निगम प्रशासन कोरोना व मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठा रहा है। गहलोत ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लोग भी शहर की स्वच्छता को बनाए रखने भागीदारी रखे। सामाजिक संगठनों की ओर से बड़े स्तर पर होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों को भी रद्द किया जा रहा है। चेटीचंड पर निकलने वाले जुलूस को लेकर फिलहाल संशय बना हुआ है।