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ख्वाजा के दर से कश्मीर चरारे शरीफ में पेश होगी चादर

ख्वाजा गरीब नवाज ने हिन्दुस्तान की जमीन पर मोहब्बत, भाईचारे और अमन का पैगाम 800 साल पहले दिया था।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 21 Dec 2018 12:48 PM (IST)Updated: Fri, 21 Dec 2018 12:48 PM (IST)
ख्वाजा के दर से कश्मीर चरारे शरीफ में पेश होगी चादर
ख्वाजा के दर से कश्मीर चरारे शरीफ में पेश होगी चादर

अजमेर, जेएनएन। ख्वाजा गरीब नवाज ने हिन्दुस्तान की जमीन पर मोहब्बत, भाईचारे और अमन का पैगाम 800 साल पहले दिया था। यह उनकी शिक्षाओं का ही नतीजा है कि आज भी हिन्दुस्तान को दुनिया के पटल पर एक अमन पसंद देश कहा जाता है। ख्वाजा साहब के इसी पैगाम को लेकर देर शाम दरगाह कमेटी अध्यक्ष अमीन पठान की अगुवाई में एक दल दरगाह शरीफ से चरारे शरीफ के लिए रवाना हुआ।

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21 दिसंबर 2018 को इंडिया गेट पर अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सूफी संदेश (अमन यात्रा) का पैगाम पढ़ेंगे और चरारे शरीफ के लिए डेलिगेशन को रवाना करेंगे। 23 दिसंबर, रविवार को यह डेलिगेशन हजरत नूरूद्दीन नूरानी रह. की दरगाह शरीफ पर चादर पेश करेगा और ख्वाजा साहब की दरगाह से जारी शांति का पैगाम वहां पर देगा।

चादर के आगाज को लेकर दरगाह शरीफ में असर की नमाज बाद के महफिल खाने में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, कार्यक्रम में अंजुमन सैयदजादगान के अध्यक्ष मोईन सरकार ने कहा की यह दरगाह कमेटी की ओर से एक अनूठी पहल है और आज कश्मीर की वादी में अमन काश्म करने के लिए इस तरह के आयोजनों की बहुत जरूरत है, वही सचिव वाहिद हुसैन अंगारा ने अपने बयान में इसे सूफी तहजीब का एक हिस्सा बताया इससे पहले भी दरगाह शरीफ की ओर से दिगर मजारात पर चादर पेश की जाती रही है, लेकिन दरगाह कमेटी की ओर से यह पहला मौका है जब अमन का पैगाम को लेकर कोई सूफी यात्रा की जा रही है।

अंजुमन यादगार के सचिव अब्दुल माजिद चिश्ती ने कहा कि हजरत नूरूद्दीन नूरानी रह. को कश्मीर की वादी में वह ’अल मदार’ कहा जाता है और पूरी वादी में वह ’नंद ऋषि’ के नाम से मशहूर हैं। वही पीरजादा सैयद बशीरूद्दीन चिश्ती ने हजरत नूरूद्दीन साहब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया की कश्मीरी जुबान में सबसे पहले कुरआन शरीफ का तर्जुमा आप ही ने किया था जो वादी में एक बड़ा काम है।

इस अवसर पर दरगाह कमेटी अध्यक्ष अमीन पठान ने इसे सभी के सहयोग का कदम बताया और कहा की यह दरगाह शरीफ का पहला प्रयास है, जिसे वह आगे भी जारी रखेंगे। साथ ही बतौर अध्यक्ष उन्हे जीवन भर यह लम्हे याद रहेंगे की ख्वाजा साहब ने उनसे यह काम लिया। इसके साथ यह कार्यक्रम पूरी तरह से गैर सियासी है, इसका मकसद सिर्फ और सिर्फ देश और विशेषकर वादी में अमन के पैगाम को कायम करना है। 21 दिसंबर को 2018 को अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इंडिया गेट पर चादर का अवलोकन करेंगे और पत्रकारों को ख्वाजा साहब दरगाह की ओर से जारी अमन यात्रा के मकसद के बारे में बताऐंगे।

इस अवसर पर दरगाह कमेटी अध्यक्ष अमीन पठान द्वारा भी सूफी संदेश (अमन यात्रा) का संदेश बताया जाएगा। इस कार्यक्रम में सैयद इकबाल चिश्ती, सैयद मुसव्विर चिश्ती, सैयद अहमद हुसैन, वसीमुद्दीन चिश्ती, मोहम्मद कलाम, अफशान चिश्ती, सैयद इमरान चिश्ती, सैयद अनीस मियां चिश्ती, मौलाना मुफ्ती मोहम्मद बशीरूलकादरी, मौलाना रमजान, हाजी मोहम्मद सिद्दीक, अब्दुल अजीज, शाहनवाज हुसैन, खुर्शीद अहमद इत्यादि शामिल रहे।

दरगाह कमेटी की ओर से अध्यक्ष दरगाह कमेटी के अतिरिक्त उपाध्यक्ष बाबर अशरफ, सदस्य फारूके आजम, सहायय नाजिम हाजी मोहम्मद सिद्दीक, डाॅ मोहम्मद आदिल, खुद्दाम हजरात से सैयद अब्दुल माजिद चिश्ती, सैयद फजले मोईन चिश्ती, सैयद अमान चिश्ती, सैयद इमरान चिश्ती, सैयद यूसुफ अली के अलावा देश की मुख्य खानकाहो के सज्जादानशीन, दानिश्वर व स्काॅलर लगभग दो दर्जन से अधिक लोग शामिल होंगे।


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