चंबल नदी में डूबी नाव: 12 की मौत, पीएम मोदी ने जताया दुख
राजस्थान के कोटा में चंबल नदी में एक नाव डूबने से उसमें सवार 12 की मौत हो गयी है। 4 लोग लापता हैं जबकि 19 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के कोटा जिले में करीब तीन दर्जन लोगों से भरी नाव के चंबल नदी में डूब जाने से बड़ा हादसा हो गया । पहले से क्षतिग्रस्त नाव में 35 लोग सवार थे। इनमें एक दर्जन महिलाएं और करीब आधा दर्जन बच्चे भी शामिल थे। हादसे में की सूचना पर पहुंचे बचाव दल ने 19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वहीं, 12 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। 4 लोग अभी लापता है। लापता लोगों की तलाश की जा रही है। हालात को देखते हुए कोटा से चिकित्सकों की टीम बुलाकर मौके पर ही व्यवस्था कर शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा नाव हादसे में मारे गए लोगों के लिए शोक प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट कर मारे गए लोगों के परिजनों सांत्वना दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोटा नाव हादसे में मारे गए लोगों के लिए शोक प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट कर मारे गए लोगों के परिजनों सांत्वना दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा-
हादसे की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ और पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य की निगरानी की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और प्रदेश के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने घटना पर दुख जताया है। जिला प्रशासन के अनुसार, हादसा बुधवार को सुबह करीब 9 बजे गोठड़ा कला गांव के पास हुआ।
हादसे के शिकार हुए लोग पुरानी क्षतिग्रस्त नाव में सवार होकर पास के ही कमलेश्वर धाम मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे और इसमें 10 मोटरसाइकिल सहित अन्य सामान भी रखा हुआ था, जिससे नाव चंबल नदी में कुछ दूर जाकर असंतुलित होकर पलट गई। लोग पानी में बह गये,इनमें से 2 लोग तो तैरकर बाहर आ गए । हादसे की सूचना मिलते ही कोटा से बचाव दल को भेजा गया । गोताखोरों ने 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। 12 लोगों के शव बाहर निकाले गए। मृतकों में 6 पुरुष 5 महिलाएं व 1 बच्चा शामिल है। ग्रामीणों से हुई पूछताछ के आधार पर माना जा रहा है कि करीब 4 लोग अभी भी लापता है।
प्रशासन के अनुसार, नाव को डूबता देख आसपास के इलाकों के ग्रामीणों ने बचाव का प्रयास किया, लेकिन चंबल नदी के पानी का बहाव तेज होने के कारण उनके प्रयास सफल नहीं हो सके। मृतकों में अधिकांश गोठड़ा कलां व चाणद गांव के रहने वाले हैं । ग्रामीणों के अनुसार, नाव मछली पकड़ने के काम आती है। क्षतिग्रस्त नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार हो गए और फिर चारों तरफ मोटरसाइकिलें भी बांध ली । इसके कारण नाव अधिक वजन सहन नहीं कर सकी।
पुलिस ने मामला दर्ज किया
कोटा के जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ ने बताया कि घटना को लेकर स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज किया है । चंबल के आसपास बसे गांवों में लोग अवैध तरह से नावों का संचालन करते हैं,उन्हे रोकने के लिए कई बार अभियान चलाया जाता है । लेकिन कुछ दिन नावों का संचालन बंद करने के बाद,फिर प्रारंभ कर देते हैं । भविष्य में सख्ती की होगी । पहले कई बार नावों को सीज किया गया था । अभी जानकारी मिली है कि लोग वाहनों की ट्यूब के माध्यम से नदी पार करते हैं,अब भविष्य में इस पर रोक रहेगी । प्रशासन पंचायत प्रतिनिधियों का भी इसमें सहयोग लेगा । उधर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार दिन में दो बार जिला कलेक्टर से बात कर बचाव कार्यों की जानकारी ली । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल अगले एक-दो दिन में चंबल नदी के आसपास बसे गांवों का दौरा करने के साथ ही अवैध ढंग से चल रही नावों का संचालन रोकने को लेकर अधिकारियों की बैठक लेंगे । धारीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों के परिजनों को दी जाने वाली मदद की रकम एक-दो दिन में मुहैया करा देंगे ।
Rajasthan: चंबल नदी में नाव पलटने से 6 की मौत, 10 लोग लापता – Watch Video