Lockdown: जोधपुर में फंसे 50 लोगों को बसों में भेजा गया गुजरात
Lockdown. शीतला माता में खिलौने व अन्य सामान बेचने आए अहमदाबाद व सूरत के कुछ परिवारों के पचास लोग दस मार्च से जोधपुुर में फंसे हुए थे।
जोधपुर, संवाद सूत्र। Lockdown. जनता कर्फ्यू के बाद से लॉकडाउन में जोधपुर में फंसे गुजरात के 50 लोगों के लिए मंगलवार का दिन राहत भरा रहा। आखिरकार दो माह से अधिक समय तक जोधपुर में रहने के बाद अब वे अपने घर गुजरात के लिए रवाना हुए। दरसल, शहर में लगने वाले शीतला माता के मेले में हर साल यहां व्यापार के उद्देश्य ये लोग यहां आते है, लेकिन इस बार कोरोना के कारण न तो मेला लग पाया और लॉकडाउन के कारण न ही ये लोग वापस जा सके। स्थानीय पुलिस थाना व प्रशसन की मदद से इतने दिनों तक यहां रहने के बाद अब उनके वापस गुजरात जाने की राह आसान हुई। रवानगी के समय माहौल भावुक हो उठा।
नागौरी गेट थानाधिकारी जबर सिंह चारण ने बताया कि शीतला माता में खिलौने व अन्य सामान बेचने आए अहमदाबाद व सूरत के कुछ परिवारों के पचास लोग दस मार्च से यहीं पर फंसे हुए थे। ये लोग क्षेत्र में सड़क किनारे रहने लगे। पुलिस के ध्यान में आने पर उन सभी के लिए क्षेत्र की एक सामाजिक संस्था के भवन में इनके रहने का इंतजाम कराया गया और जनसहयोग से इनके लिए खाने-पानी की व्यवस्था पुलिस ने करवा दी।
आखिरकार उनके घर जाने का रास्ता आज साफ हो गया। मेडिकल जांच और ई पास मिलने पर सुबह उन्हें बसों द्वारा पाली भेजा गया, जहां से उनके आगे जाने की व्यवस्था की गई।
विगत दस मार्च से यहीं पर रहने के बाद अब ये लोग भी घर जाने को आतुर दिखे। नागौरी गेट थाने के कुछ कांस्टेबलों ने मिलकर इन सभी का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया, जिसके बाद जिला प्रशासन को भी अवगत करवाया गया। इन सभी का मेडिकल चेकअप करवा कर स्वास्थ्य प्रमाण पत्र तैयार करवाए गए। इसके बाद रोडवेज की एक बस की व्यवस्था कर ई-पास बनवा कर सभी को बस में बैठा कर विदा किया गया। अब पाली जिला प्रशासन उन्हें आगे गुजराज के लिए भेजेगा। घर जाने की खुशी के साथ 50 दिन से अधिक का समय यहां बिताने से जो प्रेम मिला वो रवानगी के समय उनकी आंखों से झलक रहा था।