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Rajasthan: नागौर में पेड़ पर लटका मिला किसान का शव, आत्महत्या की आशंका

Rajasthan नागौर में एक किसान ने पेड़ पर लटक कर आत्महत्या कर ली। किसान का शव सोमवार सुबह पेड़ पर लटका हुआ मिला है। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस के सिपाही मौके पर पहुंचे। पुलिस इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 05:37 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 05:37 PM (IST)
Rajasthan: नागौर में पेड़ पर लटका मिला किसान का शव, आत्महत्या की आशंका
राजस्थान के नागौर में पेड़ पर लटका मिला किसान का शव, आत्महत्या की आशंका। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के नागौर में एक किसान ने पेड़ पर लटक कर आत्महत्या कर ली। किसान का शव सोमवार सुबह पेड़ पर लटका हुआ मिला है। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस के सिपाही मौके पर पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने किसान के स्वजनों के सहयोग से शव को पेड़ से नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव उसके स्वजनों को सौंप दिया गया। किसान की पहचान बाबूराम नागौर (45) निवासी गांव लांबिया, जिला पाली के रूप में हुई है। काफी से वह खींवसर क्षेत्र में खेतीबाड़ी का काम करता था। किसान के बड़े भाई गुदड़राराम ने बताया बाबूराम ने कुछ समय पहले जमीन खरीदी थी। जमीन खरीदते समय कुछ रकम बकाया रह गई थी। वह बकाया रुपये देने के लिए शुक्रवार को घर से 40 हजार रुपये लेकर निकला था। इसके बाद देर रात तक वह घर नहीं लौटा तो नागौर के कोतवाली पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी कि सोमवार सुबह उसका शव एक खेत में पेड़ पर लटका हुआ मिला। गुदड़ाराम ने बताया कि किसान आर्थिक रूप से संपन्न था। उसे किसी तरह की आर्थिक परेशानी नहीं थी और न ही किसी के साथ विवाद था। पुलिस किसान की आत्महत्या के कारणों का पता करने में जुटी है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि किसान ने स्वयं पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या की है।

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इस आधार पर इन किसानों के हित में संवेदनशील निर्णय करते हुए एसडीआरफ मानदंडों के अनुसार उन्हें कृषि आदान एवं अनुदान दिए जाने के लिए अनूपगढ़ के गांव 60 जीबी-बी, 1ए-ए, 1ए-बी, 3ए, 5ए-ए तथा विजयनगर तहसील के गांव 17एएस एवं 19एएस को अभावग्रस्त घोषित करने की मंजूरी दी है। 2/2 - Ashok Gehlot (@gehlotashok) 17 Jan 2022

गौरतलब है कि अक्टूबर, 2021 में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में पार्टी के अग्रिम संगठन कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अधिवेशन में दिए गए भोज का भुगतान नहीं होने पर कैटरिंग संचालक ने आत्महत्या की धमकी दी थी। उसने कहा कि उसकी ओर से उठाए जाने वाले कदम के लिए कांग्रेस के नेता जिम्मेदार होंगे। उधर, कांग्रेस नेताओं ने इसे साजिश करार दिया है। दरअसल, राजस्थान के अजमेर में 14 फरवरी, 2019 को दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था। इसमें देशभर के कार्यकर्ता शामिल हुए थे। अधिवेशन का उद्घाटन राहुल गांधी ने किया था । इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई सहित कई नेता मौजूद थे।

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राहुल गाँधी ने कहा था राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनी तो 10 दिन के अन्दर किसानों का कर्ज माफ़ होगा। वास्तविकता यह है कि राजस्थान में किसानों की जमीन नीलाम हो रही है।

View attached media content - Col Rajyavardhan Rathore (@ra_thore) 18 Jan 2022

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कहां गए किसानों की कर्जमाफ़ी का वादा करनेवाले राहुल गांधी और अशोक गहलोत? ये नीलामी कांग्रेस की नीतियों का नतीजा है। अब क्या राहुल इन किसानों की रोजी - रोटी चलाएंगे? जमीन और कर्जमाफी पर कांग्रेस पर भरोसा कभी न करें। ये नामदार लोगों की पार्टी है जमीन के जिसके खेल छिपे नहीं हैं। #Rajasthan - Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) 18 Jan 2022


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