Tokyo Olympics: टीम इंडिया की जीत पर हॉकी इंडिया के अध्यक्ष बोले-ढाई साल की कड़ी मेहनत का परिणाम है यह सफलता
Tokyo Olympics हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो का कहना है कि ऐतिहासिक सफलता के लिए ढाई साल से कड़ी तैयारी चल रही थी। यूं कहो कि रियो ओलिंपिक में असफलता के बाद से ही हॉकी टीमों पर पहले से ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया गया।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। ओलिंपिक गेम्स में भारत को 41 साल बाद पुरुष हॉकी में कांस्य पदक मिला, जो ऐतिहासिक सफलता है। इससे देशवासियों में खुशी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम इंडिया की जीत पर खुशी जताई है, वहीं हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो निगोमबाम ने इस सफलता के लिए देशवासियों को बधाई दी है। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो इन दिनों उदयपुर में हैं और गुरुवार को उनसे बातचीत का अवसर मिला।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो का कहना है कि ऐतिहासिक सफलता के लिए ढाई साल से कड़ी तैयारी चल रही थी। यूं कहो कि रियो ओलिंपिक में असफलता के बाद से ही हॉकी टीमों पर पहले से ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया गया।
हॉकी इंडिया ने इंटरनेशनल अध्यक्ष बने भारत के नरेंद्र बत्रा के निर्देशन में इसकी शुरुआत हो चुकी थी। टीमों को यूरोप में ट्रेनिंग कराई गई। उन्हें वहां जर्मनी, इंग्लैंड, अर्जेंटीना का दौरा कराया गया। ओलिंपिक की तैयारी के लिए ढाई साल में विशेष कैंप लगाए गए। कोरोना महामारी के दौरान भी उनकी ट्रेनिंग जारी थी। इसी का सुखद परिणाम देखने को मिला। कांस्य पदक से हमारा सफर थमेगा नहीं, बल्कि अब हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। हमें टीम इंडिया को गोल्ड मैडल दिलवाने के लिए काम शुरू करना होगा। उन्होंने बताया कि विश्व स्तरीय खिलाड़ी निकालने के लिए हमें हर राज्य में एस्ट्रो टर्फ मैदान के लिए कदम उठाने होंगे। पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से हॉकी इंडिया को मदद मिली है, जल्द ही मिजोरम, ओडिशा और मेघालय में एस्ट्रो टर्फ पर खिलाड़ियों को खेलने का अवसर मिलेगा। हम राजस्थान सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी मिलकर इसके लिए उन्हें तैयार करेंगे।
महिला टीम से बड़ी उम्मीद
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रों ने कहा कि हमें महिला टीम से भी बड़ी उम्मीद है। पुरुष टीम की तरह महिला खिलाड़ियों को भी अच्छे अवसर मुहैया कराए गए। हमें उम्मीद है कि महिला टीम कांस्य पदक अपने नाम करेगी। उन्होंने कहा कि हॉकी इंडिया के साथ राज्य सरकारों की भी जिम्मेदारी है कि वह अपने खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराएं। उल्लेखनीय है कि जुलाई में हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद के बाद मणिपुर के ज्ञानेंद्रो निंगोमबाम नए अध्यक्ष निर्वाचित हुए। पूर्वोत्तर से आने वाले वह पहले अध्यक्ष हैं।