राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के सवालों पर घिरे मंत्री, परिवहन मंत्री बोले- लोक परिवहन सेवा फिर शुरू होगी
Rajasthan Assembly राजस्थान विधानसभा में अशोक गहलोत सरकार के मंत्री विपक्ष के सवालों का जवाब देने के दौरान घिरते नजर आए। प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष की ओर से पूछे गए अलग-अलग सवालों पर संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान विधानसभा में सोमवार को अशोक गहलोत सरकार के मंत्री विपक्ष के सवालों का जवाब देने के दौरान घिरते नजर आए। प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष की ओर से पूछे गए अलग-अलग सवालों पर गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
दरअसल, भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने प्रदेश में नंदीशालाओं की स्थापना के लिए आवंटित बजट के सिलसिले में सवाल पूछा था। उन्होंने जानना चाहा कि पिछले दो साल में गहलोत सरकार ने प्रदेश में कितनी नंदीशालाएं खोली, यदि खोली गई तो इनमें कितने पशु हैं। इनके लिए कितने बजट का प्रावधान किया गया है। इसके जवाब में गौपालन मंत्री ने कहा कि नंदिशालाओं की घोषणा पिछली भाजपा सरकार ने की थी। लेकिन इस योजना में कई तरह की कमी थी,जिनमें सुधार करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पंचायत स्तर पर मॉडल तैयार किया है, जिसे आगामी एक माह में शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है। इन्ही कारणों से नंदीशालाओं की स्थापना करने में समय लग रहा है। मंत्री के जवाब से विपक्ष के विधायक असंतुष्ट नजर आए। विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने मंत्री को सही जानकारी नहीं होने की बात कही। भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ द्वारा पूछे गए सवाल पर महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश घिर गई। राठौड़ ने इंदिरा गांधी महिला शोध संस्थान के बजट प्रावधान को लेकर सवाल पूछा था। भूपेश ने कहा कि अब तक इस पर 20 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। राठौड़ भूपेश द्वारा दिए गए जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और कहा कि मंत्री ने मेरे मूल सवाल का जवाब नहीं दिया।
वहीं ग्रामीण इलाकों में लोक परिवहन बस सेवा बंद होने से जुड़े सवाल पर कटारिया ने परिवहन मंत्री पर तल्ख अंदाज में टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार को सवा दो साल हो गए आपमें गंभीरता कब आएगी। इससे पहले खाचरियावास ने जवाब में कहा था कि ग्रामीण लोक परिवहन सेवा शुरू करने पर सरकार गंभीर है, जल्द इसे शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा भाजपा सरकार के समय से लोक परिवहन सेवा बंद है। अब जिन मार्गों पर बसें नहीं है उनका सर्वे कराकर बसें चलाने का प्रयास करेंगे। इसके लिए विधायकों को पत्र लिखकर प्रस्ताव मांगे गए हैं। एक माह में लोक परिवहन सेवा की योजना मूर्त रूप ले लेगी।