Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के चार नए पॉजिटिव केस सामने आए, कुल आंकड़ा 54 पहुंचा
Coronavirus. राजस्थान में कोरोना वायरस के चार और पॉजिटिव केस मिले हैं। प्रदेश में अब संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 54 हो गई है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Coronavirus. राजस्थान में कोरोना पॉजिटिव के शनिवार को चार नए मामले सामने आए हैं। इनमें तीन भीलवाड़ा और एक अजमेर का केस शामिल है। प्रदेश में अब तक कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या 54 हो गई है। अब तक प्रदेश में कुल 3298 सैंपल लिए गए। इनमें से 54 पॉजिटिव और 2989 की नेगेटिव आए हैं। 255 की रिपोर्ट आनी शेष है।
उधर, 21 दिन के लॉक डाउन के बाद पैदल ही अपने घर जा रहे लोगों को राज्य सीमा तक पहुंचाने के लिए रोडवेज की सैनिटाइज की गई बसों का उपयोग करना शुरू हुआ है। प्रदेश में रह रहे अन्य राज्यों के लोगों को उनके गृह प्रदेश की सीमा तक इन बसों से पहुंचाया जाएगा और वहां से यहां के लोगों को लाकर उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। यूपी से प्रदेश में आने वालों को भरतपुर में और गुजरात से आने वालों के लिए रतनपुर बॉर्डर पर बस उपलब्ध कराई गई है। लोगों को स्क्रीनिंग करके बसों में बिठाया जाएगा। इन सभी लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर लिखे जाएंगे, जिससे इन पर निरंतर निगरानी रखी जा सके। अगर जरूरत हुई तो इन्हें क्वारंटाइन भी किया जाएगा। बसों के संचालन के लिए रोडवेज के एमडी नवीन जैन और जिला कलेक्टरों को अधिकृत किया गया है। लॉकडाउन के बावजूद लोगों के घरों से बाहर निकलने पर सख्ती करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम अशोक गहलोत ने अधिकारियों से कहा कि यदि जरूरत पड़े तो सेना का फ्लैग मार्च कराया जाए। पुलिस को सख्ती करने के निर्देश दिए गए हैं। जयपुर में शनिवार को कर्फ्यू जारी रहा। यहां रामगंज क्षेत्र में पॉजिटिव केस मिलने और उसके द्वारा करीब 250 लोगों से मुलाकात करने की बात सामने आने के बाद शहर के सात पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया था। यह इलाका जयपुर का पुराना शहर है। यहां पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। भीलवाड़ा में शनिवार को आठवें दिन और झुंझुनूं के आधे शहर में नौवें दिन भी कर्फ्य जारी रहा। जयपुर में शुक्रवार को और शनिवार को अजमेर के एक किलोमीटर क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है।
सीएम ने सलाहकार समूह गठित किया
डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार, कोविड-19 से रोकथाम को लेकर सरकार को सलाह देने के लिए राजस्थान मेडिकल यूनिर्विसिटी के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार की अगुवाई में सात विशेषज्ञों का समूह गठित किया गया है। यह समूह कम्युनिटी इंफेक्शन को रोकने सहित कोरोना के उपचार को लेकर सरकार को समय-समय पर सलाह देगा। सीएम गहलोत ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों से संवाद कर विधायक कोष का पूरा पैसा गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने पर खर्च करने के नए प्रावधान की जानकारी दी। विधायकों को भी यह जानकारी दी गई है। इसके साथ ही कलेक्टरों को जरूरत के अनुसार, अनुबंध पर चिकित्सक रखने व आटा मिल वालों के लिए एफसीआइ के गोदाम से सीधे गेंहू खरीदने की छूट देने की बात कही।
चिकित्सा मंत्री बोले, संदिग्धों की जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग किट का उपयोग होगा
राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक मामले भीलवाड़ा में कम्युनिटी इंफेक्शन के हैं। यहां अब तक 24 पॉजिटिव मामने सामने आए हैं। शनिवार को दो युवक और एक युवती पॉजिटिव मिले हैं, ये दोनों उसी बांगड़ अस्पताल के कर्मचारी हैं, जहां कार्यरत चिकित्सक की लापरवाही के कारण भीलवाड़ा में कोरोना फैला। इस चिकित्सक को सबसे पहले कोरोना हुआ था, लेकिन उसने खुद को आइसोलेट करने के बजाय मरीजों को देखना जारी रखा है।भीलवाड़ा में साढ़े 18 लाख घरों का सर्वे कराया जा चुका है, इनमें से 11 हजार संदिग्ध हैं। कुछ लोग आइसोलेशन से फरार हो गए, उनका पता लगाया जा रहा है।
प्रदेश की जनसंख्या को देखते हुए 14 हजार आइसीयू बेड और करीब 10 हजार वेंटिलेटर की जरूरत पड़ेगी। इनकी खरीद शुरू कर दी गई है। वर्तमान में जयपुर के एसएमएस अस्पताल में करीब 400 जांचें हो रही हैं। अब प्राइवेट अस्पताल का सहयोग लेने के बाद दो हजार जांचें हो सकेगी। संदिग्धों की कम समय में जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग किट काम में लिया जाएगा। जयपुर में 10, झुंझुनूं में छह, जोधपुर में छह, प्रतापगढ़ में दो, डूंगरपुर में दो, अजमेर, पाली, सीकर और चूरू में एक-एक संक्रमित मिला है। अजमेर में मिला पॉजिटिव युवक पंजाब से आया था। भीलवाड़ा में दो लोगों की गुरुवार को मौत हो चुकी है।