Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के चार नए पॉजिटिव सामने आए, अब तक मिले 36 केस
Coronavirus. राजस्थान में कोरोना वायरस के 36 केस अब तक पॉजिटिव आए हैं। एक लाख बेड क्वारटांइन तैयार किए गए हैं। जयपुर में 54 आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Coronavirus. राजस्थान में बुधवार को चार और नए कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस सामने आए। इनमें तीन भीलवाड़ा और एक जोधपुर के केस शामिल हैं। भीलवाड़ा के तीन नए पॉजिटिव केस में दो अस्पताल स्टाफ हैं और एक व्यक्ति डॉक्टर के माध्यम से संक्रमित हुआ है। वहीं, जोधपुर में एक युवती पॉजिटिव मिली है, वह मुंबई से ट्रेन में जोधपुर पहुंची थी। उसके पास वाली सीट पर जोधपुर में दो दिन पूर्व पॉजिटिव पाए गए दंपति बैठे थे। उनके संपर्क में आने के कारण युवती को भी कोरोना हो गया। युवती को जोधपुर एम्स के आइसोलेसन वार्ड में रखा गया है। युवती के परिजनों को भी आइसोलेट कर उनके सैंपल लिए गए हैं।
पिछले एक सप्ताह से भीलवाड़ा में लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां अब तक 16 पॉजिटिव सामने आए हैं, वहीं 5398 संदिग्धों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। उनके हाथ पर सील लगाकर घरों में कैद कर दिया गया। इनके घरों के बाहर नोटिस लगा दिया गया कि यह घर क्वारेंटाइन है, इस वजह से यहां नहीं आएं। पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं। यहां 144 लोगों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में आइसोलेट किया गया है।
प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि भीलवाड़ा में अब तक साढ़े तीन लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई, घर-घर सर्वे का काम जारी है। उन्होंने बताया कि कम्युनिटी स्प्रेड के खतरे को काफी हद तक कवर किया गया है। प्रदेश और जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। प्रदेश में 36 केस अब तक पॉजिटिव आए हैं।
एक लाख बेड क्वारटांइन तैयार किए गए हैं। जयपुर में 54 आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं।
उधर, भीलवाड़ा में बुधवार को लगातार छठे दिन कर्फ्यू जारी रहा। जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया कि कर्फ्यू में किसी प्रकार की छूट नहीं दी गई है। झुंझुंनू के आधे शहर में लगातार सातवें दिन कर्फ्यू जारी रहा। यहां अब तक चार पॉजिटिव सामने आए हैं। चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में अब तक 1735 सैंपल जांच किए गए, इनमें से 36 पॉजिटिव और 1546 नेगेटिव मिले हैं।
ईरान से आए 277 नागरिकों का सेना के वेलनेस सेंटर में पहुंचाया
दो विमानों में सवार होकर बुधवार सुबह करीब छह बजे ईरान से जोधपुर पहुंचे 277 भारतीय नागरिकों को आर्मी एरिया के वेलनेस सेंटर में रखा गया है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि इन्हे एयर इंडिया के दो विमानों से एयर लिफ्ट किया गया था। जोधपुर एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के बाद इन्हे वेलनेस सेंटर में भेजा गया, जहां ये 14 से 28 दिन रहेंगे। जांच में ये सभी नेगेटिव आए हैं। इससे पहले जैसलमेर आर्मी एरिया में बने वेलनेस सेंटर में ईरान से लाए गए लोगों को रखा गया है।
जोधपुर की संक्रमित युवती ने बताई अपनी कहानी
मुंबई की एक कंपनी में काम करने वाली जोधपुर निवासी 24 साल की युवती 17 मार्च को मुंबई से जोधपुर के लिए ट्रेन में बैठी। मुंबई में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण परिजनों के कहने पर वह अपने घर के लिए रवाना हुई थी। वह रास्ते में लगातार अपने हाथ सेनेटाइज करती रही। खुद को बचाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन फिर भी खुद को नहीं बचा पाई। उसे ऊपर की बर्थ मिली थी। उसके नीचे वाली सीट पर जोधपुर के एक दंपति थे। वे तुर्की से यहां आए थे। युवती ने उनसे बात नहीं की, केवल दो बार टॉयलेट के लिए बर्थ से नीचे उतरी। पूरे रास्ते उसने उच्च क्वालिटी का मास्क लगा रखा था। जोधपुर पहुंचकर घर में रहने लगी। सोमवार तक वह पूरी तरह स्वस्थ थी, लेकिन बाद में उसे हल्का बुखार और खांसी की शिकायत हुई।
इसी बीच, तुर्की के दंपति को पॉजिटिव पाया गया। सोमवार को ही जिला प्रशासन की टीम ने दंपति की ट्रेवल हिस्ट्री के आधार पर युवती के घर पहुंचकर सैंपल लिए। उसे घर में ही आइसोलेट कर दिया गया। तबीयत बिगड़ी तो मंगलवार को युवती के परिजन उसे एम्स ले गए, जहां बुधवार सुबह आई रिपोर्ट में उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया। युवती की हालत स्थिर बताई जा रही है।
इस बीच, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने ट्वीट में लिखा है कि जोधपुर में मिडिल ईस्ट से 277 लोगों को रेस्क्यू कर के लाया गया है। उन सभी 277 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अभी प्रदेश में कुल 36 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं, जिनका आइसोलेशन यूनिट्स में इलाज चल रहा है।
उनके मुताबिक, मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार हमने प्रदेश में एक लाख आइसोलेशन बेड्स की व्यवस्था कर ली है। हालात अभी नियंत्रण में हैं, लेकिन में आप सभी लोगों से अपील करता हूं कि आप सभी अपने घर पर ही रहें और सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करें।
मुझे जानकारी मिली है कि कुछ मकान मालिक इस माहमारी से लड़ रहे डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ को मकान खाली करने के लिए दबाव बना रहे है जो एक अपराध है। कृपया ऐसा ना करें , ये लोग आप सभी का जीवन बचाने के लिए इस माहमारी से लड़ रहे हैं। अगर कोई मकान मालिक ऐसा करता है तो सरकार द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
प्रेट्र के मुताबिक, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने कहा कि भीलवाड़ा में तीन सकारात्मक मामले और जोधपुर में एक मामला पाया गया है। राज्य में सीओवीआईडी -19 के अब तक कुल 36 मामले सामने आए हैं हैं। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा से 10 और झुंझुनू से 11 सहित 11 संदिग्धों की रिपोर्ट लंबित है।