coronavirus: लॉकडाउन का कम असर देख राजस्थान में कर्फ्यू लगा सकती है गहलोत सरकार
lockdown in jodhpur राजस्थान में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजस्थान सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है ।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजस्थान सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है । सरकार अब सेना से मदद लेने पर विचार कर रही है । लॉक डाउन के दूसरे दिन सोमवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोग अपने काम से बाहर आए तो पुलिस ने उन्हे वापस घर भेज दिया । लॉक डाउन में आम लोगों का अपेक्षा के मुताबिक सहयोग नहीं मिलने पर राज्य सरकार पंजाब की तर्ज पर पूरे प्रदेश में कर्फ्यू लगाने की तैयारी कर रही है । सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार रात ट्वीट कर लोगों से कहा कि,मैं सभी के जीवन की रक्षा के लिए आगाह कर रहा हूं,कृपया कफ्र्यू की तरह बर्ताव करें,घरों में ही रहें ।
लॉक डाउन को सेल्फ इंपोज्ड कफ्र्यू मानकर गंभीरता से लें वरना हमें प्रदेश में कफ्र्यू लगाना पड़ेगा । चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि लोग लॉक डाउन के प्रति कम गंभीर है,इसलिए अब संख्ती की जाएगी । उधर प्रदेश में अब तक 32 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं । सबसे अधिक हालात खराब भीलवाड़ा जिले के हैं । भीलवाड़ा में तीन दिन में 14 पॉजिटिव मिलने के साथ ही 25 लोग हाईरिस्क पर है । डोर टू डोर सर्वे के दौरान यहां 2245 संदिग्ध मिले हैं । डब्ल्यूएचओ और स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम सोमवार को तीसरे दिन भी भीलवाड़ा में ही रही । यह टीम मंगलवार को झुंझुनूं जा सकती है । झुंझुनूं में पॉजिटिव मिलने वालों की संख्या 5 है,यहां सोमवार को एक युवक आइसोलेशन से भाग गया,उसकी तलाश की जा रही है जानकारी के अनुसार यह युवक पिछले दिनों दुबई से आया था और यहां उसे आइसोलेट किया गया था । सोमवार को जोधपुर और प्रतापगढ़ में 2-2 पॉजिटिव मिले हैं । इससे पहले रविवार तक 9 विभिन्न शहरों में पॉजिटिव मिले थे।
1 लाख लोगों की क्षमता के आइसोलेशन सेंटर बनाने की तैयारी
कोरोना के संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आपात स्थिति से निपटने के लिए 1 लाख लोगों को एक लाख लोगों को आइसोलेट करने की क्षमता रखने वाली इमारत तलाशी जा रही है । ऐसी इमारतें प्रदेश के सभी जिलों में तलाशी जा रही है । जिला कलेक्टरों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है । चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि जयपुर के एसएमएस अस्पताल में 500 बैड की डेडिकेटेड ओपीड़ी अलग से शुरू करने का निर्णय लिया गया है । इसके साथ ही संदिग्धों के लिए दो केयर यूनिट शुरू की गई है । उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में कोरोना वायरस की जांच कराने का फैसला लिया गया है,इसकी रिपोर्ट 12 से 15 घंटे में मिल जाएगी । संदिग्धों के जिला स्तर पर सैंपल जांच कराने के साथ ही जयपुर के एसएमएस अस्पताल और पुणे लैब में भी जांच के लिए भेजे जाएंगे । सरकार ने निजी मेडिकल कॉलेजों में 25 प्रतिशत बैड कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं ।
मदद को आगे आए राज्यपाल,मंत्री और विधायक मदद को आगे आए
कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने सीएम सहायता कोष कोवड़ि-19 बनाया है । इसमें राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्यपाल सहायता कोष से 20 लाख रूपए की मदद का चेक भेजा है । राजभवन के अधिकारियों एर्व कर्मचारियों ने भी एक दिन का वेतन देने की घोषणा की है । राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों और कांग्रेस विधायकों ने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में देने की बात कही है । पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दो माह का वेतन,भारतीय प्रशासनिक सेवा,राज्य प्रशासनिक सेवा और विधुत कंपनियों के 45 हजार कर्मचारियों ने एक-एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में देने की घोषणा की है । इसी तरह मुंबई के उधोगपति नरसी कुलरिया ने 21 लाख रूपए सीएम सहायता कोष में दिए हैं । उधर मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बताया कि विधायक अपने क्षेत्रों में विधायक कोष से एक लाख रूपए तक के मास्क एवं सैनेटाइजर खरीद की अनुशंसा कर सकेंगे । ये नि:शुल्क वितरित किए जाएंगे।
अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती 30 गिरफ्तार
प्रदेश के विभिन्न इलाकों में कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस ने 30 लोगों को गिरफ्तार किया है । पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव ने सोमवार को फिर कहा कि कोराना संदिग्ध यदि घर के बाहर घूमता मिला तो परिजनों पर आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई होगी ।
निचली अदालतों में वीसी से सुनवाई होगी
राजस्थान हाईकोर्ट में सिर्फ एक खंड़पीठ दो एकलपीठ सुबह डेढ़ घंटे सुनवाई करेगी । अतिआवश्यक मामले ही ई-मेल,व्हाटसएप या आॅन लाइन सुचीबद्ध होंगे । निचली अदालतों में दोपहर 2 से 4 बजे तक सुनवाई होगी । वकील वीडियो कांफ्रेंसिंग,व्हाट्सएप कॉल या स्काइप से अपनी बात रख सकेंगे ।