Coronavirus: कोरोना वायरस का असर पर्यटन व ज्वैलरी व्यवसाय पर आने लगा नजर, पर्यटकों ने निरस्त कराई बुकिंग
कोरोना वायरस का असर राजस्थान के पर्यटन और ज्वैलरी व्यवसाय पर साफ नजर आने लगा है। चीन में फैले कोरोना वायरस के कारण प्रदेश में विदेशी पर्यटकों की आवक कम हो गई है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का असर राजस्थान के पर्यटन और ज्वैलरी व्यवसाय पर साफ नजर आने लगा है। चीन में फैले कोरोना वायरस के कारण प्रदेश में विदेशी पर्यटकों की आवक कम हो गई है। जयपुर, जैसलमेर, उदयपुर, जोधपुर, रणथंभौर, पुष्कर और बीकानेर जैसे पर्यटन स्थलों पर विदेशी पर्यटकों के बजाय अब देशी पर्यटक ही आ रहे है।
राज्य पर्यटन विभाग एवं होटल एसोसिएशन से मिली जानकारी के अनुसार करीब 60 फीसदी विदेशी पर्यटकों ने अपनी बुकिंग निरस्त करा ली है। चीन के पर्यटक तो बिल्कुल ही नहीं आ रहे हैं। सर्दी के मौसम में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर आते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के कारण इनकी आवक में कमी आई है।
जैसलमेर में जनवरी और फरवरी माह में पिछले साल करीब 10 हजार पर्यटक आए थे, लेकिन इस बार मात्र 9 हजार विदेशी पर्यटक ही आए हैं। इनमें चीनी पर्यटकों की संख्या मात्र 50 है। इसी तरह रणथंभौर 80 फीसदी एडवांस बुकिंग निरस्त करा ली गई है।
हांगकांग में फंसा पेमेंट
उधर कोरोना वायरस के कारण हांगकांग में मार्च में होने वाला ज्वैलरी शो दो माह आगे खिसकाने के राजस्थान के जवाहरात व्यापारियों को काफी परेशानी हो रही है। ज्वैलरी व्यवसाय में दुनिया में प्रसिद्ध जयपुर के जौहरियों के ही 200 करोड़ फंस गए हैं। जौहरियों ने हांगकांग में होने वाले शो के लिए करीब 200 करोड़ रूपए के ज्वैलरी आइटम तैयार कराए थे। लेकिन अब शो की तारीख आगे बढ़ने से यह रकम फंस गई है।
ज्वैलरी व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि यदि इस पैसे का उपयोग अन्य किसी काम में करते तो उन्हे लाभ होता, लेकिन अब यह रकम फंस गई। ज्वैलरी व्यवसाय से जुड़े राज्य पर्यटन विकास निगम के पूर्व चेयरमैन राजीव अरोड़ा का कहना है कि पिछले माह हांगकांग में जो ज्वैलरी निर्यात की थी उसका पेमेंट अब लेट मिलने की उम्मीद है, जिससे जयपुर के ज्वैलर्स को परेशानी हो सकती है ।