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Rajasthan: टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचीं वसुंधरा राजे, कहा-राष्ट्रीय आपदा घोषित कराएंगे

Locust Attack वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रदेश में नवंबर से ही टिड्डी दलों का आना शुरू हो गया था। राज्य सरकार समय पर एक्शन लेती तो शायद इतना नुकसान नहीं होता।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 08:02 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 08:02 PM (IST)
Rajasthan: टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचीं वसुंधरा राजे, कहा-राष्ट्रीय आपदा घोषित कराएंगे
Rajasthan: टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचीं वसुंधरा राजे, कहा-राष्ट्रीय आपदा घोषित कराएंगे

जयपुर, जेएनएन। Locust Attack: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में समय पर काम किया होता तो इतना नुकसान नहीं होता। राजे दो दिन राजस्थान के बाड़मेर जैसलमेर जिले के दौरे पर रहीं और वहां टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में भी लोगों से मिलीं। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि भाजपा इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करवा कर किसानों को राहत दिलाने का काम करेगी।

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राजे ने कहा कि फसलों पर टिड्डी दल के हमले में करीब 55 हजार किसानों को नुकसान हुआ है, जिनमें से 15 हजार किसान जैसलमेर क्षेत्र से हैं। किसानों की फसलें पूरी तरह बर्बाद होने के बावजूद तत्काल गिरदावरी करने में राज्य सरकार ने देरी की, जिसके कारण पीड़ित किसानों को अभी तक फसल खराब होने का मुआवजा नहीं मिल पाया है। उन्होंने किसानो को दी गई सहायता को ऊंट के मुंह में जीरा बताते हुए कहा कि खेतों में जितना नुकसान हुआ है, उस हिसाब से आर्थिक सहायता नहीं मिली है। राजे ने बताया कि टिड्डी दल के हमले में बाड़मेर को 20.47 करोड़ तथा जैसलमेर को 25 करोड़ रुपये का बजट मिलना था, लेकिन कांग्रेस की अंसवेदनशीलता के चलते बजट आने में देरी हो रही है।

बाड़मेर प्रवास के दौरान वसुंधरा राजे गुडामालानी के सगराणियों की बेरी गांव पहुंचीं। यहां उन्होंने टिड्डी हमले के कारण फसल खराब होने के सदमें में जान गंवाने वाले किसान निंबाराम के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद राजे ने खेतों का दौरा कर टिड्डी दल के हमले में हुए फसल नुकसान का जायजा लिया। यहां राजे ने कहा कि प्रदेश में नवंबर से ही टिड्डी दलों का आना शुरू हो गया था। राज्य सरकार समय पर एक्शन लेती तो शायद इतना नुकसान नहीं होता।

राजे ने कहा कि जब वर्ष 2015 में ओलावृष्टि व बाढ़ के कारण फसलों को नुकसान हुआ था, तब हमने विधानसभा सत्र को स्थगित कर सभी विधायकों व मंत्रियों को फील्ड में भेजा था। मात्र 15 दिन में गिरदावरी रिपोर्ट मंगवाकर किसानों को तुरंत सहायता पहुंचाई थी। खेतों में भारी फसल नुकसान को देख पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में अभी भी टिड्डी दलों का हमला जारी है। टिड्डी से आसानी से छुटकारा नहीं मिलने वाला। राजे ने कहा कि जिन किसानों ने टिड्डी पर स्प्रे किया था, उन्हें डीजल और ट्रैक्टर का किराया तक नहीं मिला। टिड्डी रोकने व नियंत्रण के लिए बड़े स्तर पर प्लान बनाना था, लेकिन नहीं बना। उन्होंने विश्र्वास दिलाया कि भारतीय जनता पार्टी टिड्डी के प्रकोप को लेकर केंद्र तक किसानों की मांग पहुंचाएगी। साथ ही इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर किसानों को उचित मुआवजा दिलाने के प्रयास करेगी।

वसुंधरा राजे ने गुरुवार को जसोल के प्रसिद्ध जैन मंदिर नाकोड़ा धाम, माता राणा भटियाणी तथा ब्रह्मधाम आसोतरा मंदिर जाकर विधिवत् मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की। इसके बाद राजे जैसलमेर से दिल्ली रवाना हो गईं।

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