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राजस्थानः हिरासत में मौत के मामले में पूरा थाना निलंबित, ग्रामीणों ने शव लेने से किया इन्कार

Death in custody. राजस्थान में हिरासत में मौत के मामले में पूरा थाना निलंबित कर दिया गया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 07:23 PM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 07:23 PM (IST)
राजस्थानः हिरासत में मौत के मामले में पूरा थाना निलंबित, ग्रामीणों ने शव लेने से किया इन्कार
राजस्थानः हिरासत में मौत के मामले में पूरा थाना निलंबित, ग्रामीणों ने शव लेने से किया इन्कार

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में कानून-व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक तरफ तो दो दिन तक प्रदेश में कानून का राज स्थापित कराने को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक ली। दूसरी ओर, इन दो दिन में ही कई बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई हैं। प्रदेश में बारां जिले के मांगरोल पुलिस थाने में हिरासत में मौत के मामले में तनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर थाना अधिकारी सहित सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

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गहलोत ने मामले की कोटा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। उधर, ग्रामीण और मृतक के परिजन शव को उठाने के लिए तैयार नहीं हैं। शुक्रवार को मांगरोल पुलिस थाने पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक मदन दिलावर के नेतृत्व में लोगों ने प्रदर्शन किया। इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है।

जानें, क्या है मामला

मांगरोल के रावल जावला गांव में एक महिला को भगा ले जाने के मामले में युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। बताया जा रहा है कि महिला के पति की शिकायत पर पुलिस ने दोनों को तलाश शुरू की थी। इसी बीच, बुधवार शाम को महिला मांगरोल पुलिस थाने पहुंची और अपने प्रेमी के साथ रहने की इच्छा जताई। कुछ देर बाद ही युवक भी पुलिस थाने पहुंच गया। पुलिसकर्मियों ने महिला को उसके पति के साथ भेज दिया और युवक को हवालात में बंद कर दिया। रात करीब 12 बजे युवक ने हवालात में ही जहर खा लिया। पुलिसकर्मी उसे मांगरोल में अस्पताल में लेकर पहुंचे। युवक की तबीयत बिगड़ी तो चिकित्सकों ने उसे बारां जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने मृतक युवक के परिजनों को उसकी मौत होने की सूचना देकर शव ले जाने के लिए कहा। इस पर मृतक के पिता सहित अन्य ग्रामीण पहुंचे और हिरासत में मौत का आरोप लगाते हुए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। गुरुवार पूरी रात पुलिस थाने के बाहर हंगामा होता रहा। मामला बढ़ा तो शुक्रवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर थाना अधिकारी सहित थाने के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। मृतक के परिजन अभी शव उठाने को तैयार नहीं हैं। थाने के बाहर इकट्ठा लोग मृतक के परिजनों को मुआवजे और जिम्मेदार पुलिसर्किमयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।


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