Video: राजस्थान के बूंदी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा के दौरान दो गुटों के बीच झड़प
Clash in Bundi. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई। अब स्थिति नियंत्रण में है। घटना राजस्थान के बूंदी की है।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के बूंदी जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई। इस बीच, बूंदी के तहसीलदार बीएस राठौर ने बताया कि बूंदी के एक पार्क में कार्यक्रम के दौरान दो समुदायों में झड़प हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब स्थिति काबू में है।
संघ की शाखा पर हमले को लेकर राजस्थान विस में हंगामा
बूंदी में बुधवार शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा पर हुए हमले की घटना को लेकर गुरुवार को राज्य विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। शून्यकाल में भाजपा विधायक मदन दिलावर ने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि यह केरल, बंगाल नहीं राजस्थान है। उन्होंने सरकार को चेताया कि ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं होंगे। ऐसे लोगों को संरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। सरकार दबाव में है, इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है।
#WATCH Rajasthan: Clash erupted between two groups during an ongoing session at Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) shakha in Bundi district. pic.twitter.com/eyEXgAmlaC — ANI (@ANI) July 12, 2019
विपक्ष के आरोपों के बाद संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मामूली सी घटना थी। किसी को चोट नहीं आई। बूंदी में आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी सदन में बूंदी की घटना पर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि सरकार बताए क्या कार्रवाई की गई। इस पर संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि लड़कियां झूला झूल रही थीं। संघ की शाखा के लड़के आये और विवाद हो गया। दोनों पक्षों ने बातचीत की और कहा कि यह सार्वजनिक पार्क है। इसमें आप भी शाखा लगाइये और हम भी खेल लेते हैं।
इसी बीच, मदन दिलावर ने कहा कि शाखा लगा रहे लड़कों पर 50 लोगों ने हमला किया तो धारीवाल ने कहा कि अगर ऐसा है तो फिर पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में 5-6 नाम ही क्यों हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही उन्होंने मामले में निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया।
हंगामा शांत कराने स्पीकर को आना पड़ा
हमले के मामले में मदन दिलावर ने सवाल उठाया था। इस मसले पर गुलाबचंद कटारिया बोलना चाहते थे। उन्होंने कार्रवाई की मांग की। इस पर संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पर्ची पर आप नहीं बोल सकते। इस टिप्पणी पर हंगामा हुआ। नाराज भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा के समय आसन पर सभापति राजेंद्र पारीक बैठे थे, लेकिन फिर मामला शांत कराने के लिए अध्यक्ष सीपी जोशी को सदन में आना पड़ा।